अनुपम खेर ने शानदार तरीके से किया राफेल का स्वागत, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ट्वीट
By मनाली रस्तोगी | Published: July 29, 2020 06:11 PM2020-07-29T18:11:53+5:302020-07-29T18:11:53+5:30
दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक राफेल आज भारत के अंबाला वायुसेना स्टेशन पर लैंड कर चुके हैं। भारत ने फ्रांस से पांच राफेल खरीदे हैं। वहीं, राफेल के आने से खुश दिग्गज एक्टर अनुपम खेर ने ट्वीट कर अपनी खुशी जताई।
राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप भारत के अंबाला वायुसेना स्टेशन पहुंच चुकी है। ऐसे में सोशल मीडिया पर राफेल एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। यही नहीं, आमजन के अलावा कई बॉलीवुड सेलेब्स भी भारत में राफेल का स्वागत करते हुए नजर आए। इस लिस्ट में फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर भी शामिल गए हैं। उन्होंने ट्विटर पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा, 'मेरे घर राफेल आये औ राम जी।'
सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक है राफेल
मेरे घर #Rafale आये औ राम जी... 🤓😎🇮🇳
— Anupam Kher (@AnupamPKher) July 29, 2020
इन विमानों के वायुसेना में शामिल होने के बाद देश को आस-पड़ोस के प्रतिद्वंद्वियों की हवाई युद्धक क्षमता पर बढ़त हासिल हो जाएगी। बता दें, निर्विवाद ट्रैक रिकॉर्ड वाले इन राफेल विमानों को दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है। इस विमान के अचूक निशाने से दुश्मन किसी भी तरीके से बच नहीं सकता है। बिना पे लोड के राफेल का वजन 10 टन है, जबकि मिसाइल्स के साथ उड़ान भरने पर इसका वजन 25 टन तक हो जाता है।
राजनाथ सिंह ने किया राफेल का स्वागत
The Birds have landed safely in Ambala.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 29, 2020
The touch down of Rafale combat aircrafts in India marks the beginning of a new era in our Military History.
These multirole aircrafts will revolutionise the capabilities of the @IAF_MCC.
वहीं, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल का स्वागत करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'बर्ड्स सुरक्षित उतर गए हैं। राफेल लड़ाकू विमानों का भारत पहुंचना हमारे सैन्य इतिहास के नये अध्याय की शुरुआत है। ये बहुद्देशीय विमान भारतीय वायुसेना की क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि करेंगे।' मालूम हो, राजग सरकार ने 23 सितंबर, 2016 को फ्रांस की एरोस्पेस कंपनी दसाल्ट एविएशन के साथ 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। इससे पहले तत्कालीन संप्रग सरकार करीब सात साल तक भारतीय वायुसेना के लिए 126 मध्य बहुद्देशीय लड़ाकू विमानों की खरीद की कोशिश करती रही थी, लेकिन वह सौदा सफल नहीं हो पाया था।
(भाषा इनपुट के साथ)