46 से ज्यादा फिल्में कर चुके जॉन अब्राहम जीते हैं ऐसी सिंपल लाइफ, न घड़ी है, न कोई बॉडीगार्ड
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: May 19, 2018 03:25 PM2018-05-19T15:25:14+5:302018-05-19T15:42:00+5:30
जॉन अपनी आने वाली फिल्म 'परमाणु' को लेकर प्रचार कर रह हैं। ऐसे में अपनी लाइफस्टाइल के बारे में बात करते हुए जॉन ने बताया कि उनके पास कोई बॉडीगार्ड नहीं है।
बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम इन दिनों अपनी आगामी फिल्म परमाणु को लेकर चर्चा में हैं। मद्रास कैफे के बाद अब एक बार फिर से परमाणु के साथ वह कुछ अलग तरह की फिल्म फैंस के लिए लेकर आ रहे हैं। वहीं, अब जॉन के करियर को करीब 15 साल अब हो चुके हैं। लेकिन वह फिर भी आम जिंदगी नें एक सिंपल लाइफ जीते हैं। अक्सर बॉलीवुड स्टार महंगी कार या फिर सारे आलीशान शौकों को जीते हैं। ऐसे में जॉन इन सबसे दूर एक जिंदगी जीते हैं।
Official Trailer of PARMANU: देखें जॉन अब्राहम की फिल्म परमाणु का ट्रैलर
इन दिनों जॉन अपनी आने वाली फिल्म 'परमाणु' को लेकर प्रचार कर रह हैं। ऐसे में अपनी लाइफस्टाइल के बारे में बात करते हुए जॉन ने बताया कि उनके पास कोई बॉडीगार्ड नहीं है। मॉडल से अभिनेता बनें जॉन ने खुद को लेकर कई तरह के खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया है कि वह एक मिडिल क्लास व्यक्ति हैं और चमक - दमक से दूर बड़े साधारण तरीके से जीवन जीने में यकीन रखते हैं।
खबरों के मुताबिक जॉन ने खुद के बारे में बताया है कि मैं स्वभाव से आत्मकेन्द्रित नहीं हूं, लोगों का ध्यान खींचने के लिये मुझे बाहर जाना पसंद नहीं है। मेरे पास कोई बॉडीगार्ड नहीं है, मेरा जीवन बेहद साधारण है, मैं कोई घड़ी नहीं पहनता, मेरे पास एक साधारण सी कार है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि मैं एक मध्यम वर्गीय व्यक्ति हूं और ना ही मैं खर्चीला हूं।
मैं अपनी शर्तों पर जीवन जीता हूं और मेरी जीवनशैली चमक-दमक से दूर है।' ऐसा पहली बार हुआ है जॉन ने जब खुद को लेकर कोई बात कही हो। वहीं अक्सर उन्हें पार्टीयों से भी दूर देखा जाता है। हमेशा कहा जाता है जॉन उन सितारों में से एक हैं जिनको काम के अलावा की चीजों से ज्यादा मतलब नहीं होता है।
PARMANU Trailer Review: क्या पोखरण परीक्षण में गोलियां चली थीं?
जॉन की अगली फिल्म ‘परमाणु : द स्टोरी ऑफ पोकरण ’ जल्द रिलीज होने वाली है। यह फिल्म प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में वर्ष 1998 में पोकरण में भारत के परमाणु परीक्षण पर आधारित है। वह परमाणु परीक्षण को करने में इतनी गोपनीयता बरती गई थी, कि दुनिया को इसकी कानोकान खबर तक नहीं हुई थी।