कंगना रनौत के पक्ष में उतरे एक्स बॉयफ्रेंड, तारीफ कर कहा-अब समय आ गया है कि...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 20, 2020 02:24 PM2020-07-20T14:24:10+5:302020-07-20T14:24:10+5:30
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म और आउटसाइडर्स को लेकर बड़ी बहस छिड़ी हुई है।
सुशांत राजपूत की खुदकुशी के बाद से ही बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर शुरू हुई बहस थमने का नाम नहीं ले रही है। नेपोटिज्म को लेकर अब तक करण जौहर, सलमान खान, सोनाक्षी सिन्हा, आलिया और महेश भट्ट समेत कई सेलेब्स लोगों के निशाने पर आ चुके हैं। हाल ही में कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में हाल ही में कई डायेक्टर, प्रोड्यूसर और स्टार्स पर निशाना साधा है। कंगना के इस इंटरव्यू को उनके एक्स बॉयफ्रेंड अध्ययन सुमन का साथ मिला है।
दरअसल सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के मामले में अध्ययन के पिता व अभिनेता शेखर सुमन लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कंगना रनौत भी लगातार सुशांत खुदकुशी मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग करती आई हैं। इसी को लेकर अब अध्ययन सुमन भी कंगना के साथ आ गए हैं।
अध्ययन सुमन ने ट्वीट कर कंगना रनौत की तारीफ करते हुए उन्हें बहादुर बताया है। उन्होंने लिखा, 'साहसी, अब समय आ गया है कि नियम बदले। मुझे पता है कि शेखर जी का प्रयास व्यर्थ नहीं जाएगा। सच सामने आना चाहिए। #SushanthSinghRajput #justiceforSushantforum #shekharsuman
BRAVE ! ..... #KanganaSpeaksToArnab#KanganaRanaut Time for the rules to change ! I know shekhar jis efforts won’t go in vain now ! Truth shall prevail ! #SushanthSinghRajput#justiceforSushantforum#shekharsuman
— adhyayan summan (@AdhyayanSsuman) July 19, 2020
इससे पहले अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल ने भी कंगना का समर्थन किया था। सिमी ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं कंगना की तारीफ करती हूं जो मुझसे ज्यादा बोल्ड और बहादुर हैं। केवल मैं जानती हूं एक 'ताकतवर' आदमी ने कैसे मेरा करियर बर्बाद करने की कोशिश की थी। मैं खामोश रही। क्योंकि मैं उतनी बहादुर नहीं हूं... निराश हूं लेकिन कंगना को देखकर राहत मिलती है।'
क्या कहा कंगना ने
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा था, 'मुंबई पुलिस ने मुझे बुलाया और मैंने भी उनसे पूछा कि मैं मनाली में हूं और क्या आप किसी को मेरे यहां भेज सकते हैं मेरा बयान लेने के लिए, लेकिन उसके बाद मुझे कोई जवाब नहीं मिला। मैं बता रही हूं, कि अगर मैंने कुछ ऐसा कह दिया हो, जिसकी मैं गवाही नहीं दे सकती, जिसे मैं साबित नहीं कर सकती और जो जनता के हित में नहीं है तो मैं अपना पद्मश्री लौटा दूंगी। मैं उसकी हकदार नहीं हूं फिर। मैं वो इंसान नहीं हूं जो इस तरह के बयान दे और अब तक मैंने जो कुछ भी कहा है वो जनता के हित में ही है।'