जॉर्ज फ्लॉयड का समर्थन कर रहे सितारों पर भड़के अभय देओल, कहा-पहले अपना देश देख....
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 4, 2020 08:17 AM2020-06-04T08:17:45+5:302020-06-04T08:17:45+5:30
बता दें कि अभय देओल ने अपने करियर की शुरुआत साल 2005 में इम्तियाज अली की रोमांटिक फिल्म 'सोचा न था' से की थी। फिल्म कुछ खास कमाल तो नहीं कर पाई लेकिन दर्शकों ने अभय देओल को जरूर नोटिस किया।
अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से लगातार हिंसक विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। बीते शुक्रवार को व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों के जमा होने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में ले जाया गया था। अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारी दुकान आदि में लूटपाट भी कर रहे हैं। ऐसे में अश्वेत लोगों के समर्थन में कैंपेन शुरू हो गए हैं। इस प्रदर्शन का बड़े स्तर पर हॉलीवुड सेलेब्स का समर्थन भी मिल रहा
करीना कपूर खान, करण जौहर, प्रियंका चोपड़ा सहित कई बड़े स्टार्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर लिख चुके हैं। इन स्टार्स ने अश्वेतों के आंदोलन को समर्थन दिया है। इस बीच अभिनेता अभय देओल ने उन सेलेब्स और मिडिल क्लास के लोगों को आड़े हाथों लिया है, जो जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर तो अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं, लेकिन अपने ही देश की समस्याओं पर खामोश रहते हैं।
अभय ने एक फोटो हाल ही में शेयर की थी। इस फोटो में अभय ने लिखा था कि अप्रवासियों, गरीबों और अल्पसंख्यकों की जिंदगी भी मायने रखती हैं। इसके साथ ही अभिनेता ने अपनी पोस्ट में लिखा है, 'शायद अब इसका समय भी आ गया है? अब कई सेलेब्स और मिडिल क्लास अमेरिका में नस्लभेद के खिलाफ अपनी राय रख रहे हैं, वो शायद देखना चाहेंगे कि उनके अपने देश में क्या हो रहा है? अमेरिका ने पूरी दुनिया को हिंसा का निर्यात किया है। उन्होंने इसे पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा खतरनाक जगह बना दिया है। ऐसा होना ही था।
अभय ने आगे लिखा था कि मैं ये नहीं कह रहा कि वहां के लोगों के साथ ऐसा होना चाहिए। मैं कह रहा हूं कि इसे एक बड़े स्तर पर देखने की कोशिश करिए। मैं कह रहा हूं कि अपने देश में चल रही गंभीर समस्याओं के बारे में बात करके उनका समर्थन करिए। मैं कह रहा हूं कि उनके नेतृत्व का पालन करें, लेकिन उनके कार्यों का अनुसरण न करें। अपने देश के लिए प्रासंगिक कार्यों को करें, उनके लिए मुखर बनें। ब्लैक लाइव्स मूवमेंट इसी के बारे में ही तो है। ये हमारी उनकी नहीं, बल्कि ये पूरी पृथ्वी की लड़ाई है जो इस समय भारी जोखिम में है।
जॉर्ज फ्लॉडय की हत्या
गौरतलब है जॉर्ज फ्लॉयड की अमेरिका पुलिस ने बहुत ही निर्दयी तरीके से हत्या कर दी। वो तड़पते रहे और चिल्लाते रहे कि उन्हें सांस नहीं आ रही है लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। कहा जा रहा है कि पुलिस की ये क्रूरता केवल इसलिए थी क्योंकि जॉर्ज का रंग काला था। वो पुलिस क्रूरता से पहले नस्लभेद का शिकार हो गए।