French Open 2025: विजेता बनने के लिए बस ‘एक पल’ ही निर्णायक है..., हार न मानने का जो जज्बा दिखाया
By रवींद्र चोपड़े | Updated: June 10, 2025 05:19 IST2025-06-10T05:19:27+5:302025-06-10T05:19:27+5:30
French Open 2025: आधुनिक युग में नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल, रॉजर फेडरर जैसे खिलाड़ी लंबे मुकाबले खेलने के लिए जाने गए हैं.

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French Open 2025: टेनिस के किसी मुकाबले में करीब साढ़े पांच घंटे तक चले संघर्ष का मतलब है क्रिकेट में दो टी-20 मुकाबलों की तकरीबन साढ़े तीन परियां या फिर इतने समय में व्यावसायिक हवाई जहाज से 4800 से अधिक किलोमीटर का फासला तय करना, जो चेन्नई से श्रीनगर के बीच दूरी से भी दोगुना है. रविवार रात स्पेनिश खिलाड़ी कार्लोस अल्काराज और इतालवी यानिक सिनर के बीच फ्रेंच ओपन में खेला गया पुरुष वर्ग का खिताबी मुकाबला समय के लिहाज से काफी लंबा तो रहा ही लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने पांचवें सेट के टाईब्रेकर तक में हार न मानने का जो जज्बा दिखाया, वह रोमांच पैदा कर गया और जेहन में अमिट छाप छोड़ गया. इस धरातल पर क्रिकेट, टेनिस, फुटबॉल, शतरंज या जो भी खेल हैं, उनका वजूद अगर है तो उनमें मौजूद रोमांच के कारण. रोमांच ही खेलों का नशा बढ़ाता है.
दरअसल खेल ही एकमात्र ऐसा जरिया है जो आपकी जिंदगी में रोमांच का जीवंत अनुभव कराता है. रोमांच ही क्यों, जिंदगी के कई सबक भी आपको खेल सिखा जाता है. खैर, अल्काराज ने जिन हालात से पार पाकर फतह का सेहरा बांधा वह टेनिस जगत में एक मिसाल बनकर रह जाएगा. एक समय ऐसा था जब चौथे सेट में अल्काराज के हाथ से मुकाबला निकल चुका था.
सिनर को फ्रेंच ओपन की ट्रॉफी उठाने के लिए बस एक अंक की दरकार थी, लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह किसी परीकथा से कम नहीं है. अल्काराज ने तीन चैंपियनशिप प्वाइंट बचाए और सिनर के हलक तक पहुंच गया जीत का निवाला खींच लिया. खेल में वह ही खिलाड़ी महान बनता है जो किसी एक खास निर्णायक पल की नजाकत को भांपकर अपना स्तर ऊंचा कर देता है.
वह पल खिलाड़ी के तजुर्बे, तकनीक, धैर्य और सामर्थ्य का इम्तिहान लेता है और जो इस पर हावी हो जाता है वह फतह का परचम लहरा देता है. चैंपियनशिप प्वाइंट बचाकर वापसी करने से अल्काराज का हौसला बढ़ गया और फिर जो हुआ, वह प्रदीर्घ समय तक याद रहेगा.
पिछले साल टी-20 विश्वकप क्रिकेट के फाइनल में ऐसा ही एक खास पल था जब दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर का कैच भारत के सूर्यकुमार यादव ने नाजुक मौके पर सीमारेखा से चंद इंच अंदर लपका था. यही वह पल रहा जहां से भारत खिताब की ओर अग्रसर हुआ और कुछ ही देर बाद चैंपियन भी बना.
खैर, फ्रेंच ओपन फाइनल में जो रोमांच जाग्रत हुआ उसका श्रेय अल्काराज की तरह सिनर को भी देना होगा, जो पूरी क्षमता के साथ खेले. वैसे अल्काराज और सिनर का समावेश लंबे मुकाबले खेलनेवाले टेनिस खिलाड़ियों में नहीं है. जॉन इसनर को ऐसे मुकाबलों का उस्ताद माना जाता रहा है. आधुनिक युग में नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल, रॉजर फेडरर जैसे खिलाड़ी लंबे मुकाबले खेलने के लिए जाने गए हैं.
लंबे मुकाबलों के लिए फिटनेस के अलावा मानसिक सामर्थ्य, स्थैर्य भी जरूरी हो जाता है. सिनर तथा अल्काराज दोनों ने शारीरिक और मानसिक दृढ़ता दिखाकर और पांच घंटे 29 मिनट तक जूझकर दुनियाभर के अरबों टेनिस प्रेमियों का शानदार मनोरंजन किया. दोनों ही इसके लिए बधाई के पात्र हैं.