ब्लॉग: कनाडा में खालिस्तानियों की सक्रियता रोकें
By आरके सिन्हा | Published: June 15, 2023 02:20 PM2023-06-15T14:20:29+5:302023-06-15T14:21:35+5:30
खालिस्तानियों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी पर निकाली परेड में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी को आपत्तिजनक रूप में दिखाया। कनाडा में खालिस्तानी सक्रिय हैं।
कनाडा में खालिस्तानी ताकतें भारत के खिलाफ जहर उगल रही हैं. दुख इस बात का है कि मित्र देश होने के बावजूद कनाडा सरकार कुछ नहीं कर रही है।
अब ताजा मामले में खालिस्तानियों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी पर निकाली परेड में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी को आपत्तिजनक रूप में दिखाया. बीती 6 जून को कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में खालिस्तानियों ने 5 किमी लंबी परेड निकाली।
इसमें एक झांकी में इंदिरा गांधी की हत्या का सीन दिखाया गया. कनाडा एक सभ्य देश होने का दावा करता है पर वहां अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले खुल कर खेल कर रहे हैं।
आप इंदिरा गांधी की कुछ नीतियों से असहमत हो सकते हैं, पर यह कोई भी भारतीय सहन नहीं करेगा कि उन्हें आपत्तिजनक तरीके से झांकी में पेश किया जाए. बेशक, इस सारे घटनाक्रम से भारत स्तब्ध है।
इस कट्टरपंथ की सार्वभौमिक तौर पर निंदा होनी चाहिए. कनाडा लंबे समय से खालिस्तानियों की गतिविधियों का केंद्र बन चुका है. वहां मंदिरों में भी तोड़फोड़ की जाती है. कनाडा का ब्रैम्पटन शहर तो भारत विरोधी गतिविधियों का गढ़ बन चुका है. कौन भूल सकता है।
कनिष्क विमान हादसे को मांट्रियाल से नई दिल्ली आ रहे एयर इंडिया के विमान कनिष्क को 23 जून 1985 को आयरिश हवाई क्षेत्र में उड़ते समय 9400 मीटर की ऊंचाई पर बम से उड़ा दिया गया था और वह अटलांटिक महासागर में गिर गया था।
इस आतंकी हमले में 329 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपनी जिम्मेदारी को निभाने में असफल रहे हैं. कनाडा अराजकता के अंधकार में डूब रहा है।
वहां पर तीन साल पहले पाकिस्तान फौज की तरफ से बलूचिस्तान में किए जा रहे जुल्मों-सितम के खिलाफ आवाज उठाने वाली प्रखर महिला एक्टिविस्ट करीमा बलोच की निर्मम हत्या पाकिस्तान की धूर्त और शातिर इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई ने करवा दी थी. बलोच पाकिस्तान सरकार, सेना और आईएसआई की आंखों की किरकिरी बन चुकी थीं।
वह पाकिस्तान सरकार की काली करतूतों की कहानी लगातार दुनिया को बता रही थीं इसीलिए उन्हें आईएसआई ने ठिकाने लगा दिया. बलोच के कत्ल ने साफ कर दिया था कि कनाडा एक अराजक मुल्क के रूप में आगे बढ़ रहा है. वहां खालिस्तानी तत्व पहले ही जड़ें जमा ही चुके हैं।