जयंतीलाल भंडारी का ब्लॉग: अब मुट्ठियों में लाने होंगे रोजगार के मौके
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 23, 2020 09:06 AM2020-07-23T09:06:02+5:302020-07-23T09:06:02+5:30
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि निकट भविष्य में कोरोना-काल के बीच भारत में पांच सेक्टरों माइनिंग, कंस्ट्रक्शन, फाइनेंस, इंश्योरेंस और रियल एस्टेट में नौकरियों के नए रास्ते खुलेंगे.
हाल ही में प्रकाशित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों में यह बात उभरकर सामने आ रही है कि कोविड-19 की चुनौतियों के बीच भी दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में भारत की अर्थव्यवस्था पटरी पर जल्द आएगी और रोजगार के अवसर भी जल्द बढ़ने शुरू होंगे.
रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि आगामी वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की विकास दर में वृद्धि होगी व भारत की नई पीढ़ी और पेशेवरों के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी.
वास्तव में कोविड-19 की चुनौतियों के बीच देश में रोजगार के अवसरों की संभावनाओं को मुट्ठियों में करने के लिए चार बातों पर ध्यान देना होगा. एक, देश में ईज आॅफ डूइंग बिजनेस की रणनीति से उद्योग-कारोबार में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं.
दो, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) की मुश्किलों को दूर करके रोजगार के खोये हुए मौके वापस लाए जाएं. तीन, श्रम आधारित विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार बढ़ाया जाए. चार, कौशल प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार के मौके उपलब्ध कराए जाएं. पांच, सरकारी नौकरियों में रिक्त पद भरे जाएं.
नि:संदेह देश के उद्योग-कारोबार सेक्टर को प्रोत्साहन और सुविधाएं देकर रोजगार के मौके बढ़ाए जा सकते हैं. इस क्षेत्र से रोजगार बढ़ने के संकेत भी आने लगे हैं.
हाल ही में न्यूयार्क के मैनपॉवर ग्रुप के द्वारा प्रकाशित 44 देशों के रोजगार के वैश्विक सर्वेक्षण के मुताबिक कोविड-19 के बीच रोजगार के मामले में सकारात्मक परिवेश दिखाने वाले दुनिया के चार शीर्ष देशों में भारत भी शामिल है.
भारत के अलावा केवल जापान, चीन और ताइवान में रोजगार को लेकर सकारात्मक परिदृश्य पाया गया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि निकट भविष्य में कोरोना-काल के बीच भारत में पांच सेक्टरों माइनिंग, कंस्ट्रक्शन, फाइनेंस, इंश्योरेंस और रियल एस्टेट में नौकरियों के नए रास्ते खुलेंगे.
इसी तरह प्रमुख मानव संसाधन कंपनी टीमलीज की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को छोड़कर मेट्रो के रूप में उभरते शहरों में बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, चंडीगढ़, कोच्चि, कोयम्बटूर आदि में हेल्थकेयर इंडस्ट्री, फार्मा सेक्टर, ई-कॉमर्स, एफएमसीजी और रिटेल कम्युनिकेशन, कृषि, एग्रोकेमिकल्स, ऑटोमोबाइल्स और उससे जुड़ी सेवाएं, बीपीओ सेवाएं, निर्माण तथा रिएल एस्टेट और एनर्जी क्षेत्र में रोजगार के मौके बढ़ेंगे.
हम उम्मीद करें कि कोविड-19 की चुनौतियों के बीच एक ओर सरकार खोए हुए रोजगार मौकों को वापस लाने के लिए प्रयास करेगी, वहीं दूसरी ओर देश में रोजगार मौके बढ़ाने के लिए भी हरसंभव प्रयास करेगी.