डॉ. एस.एस. मंठा का ब्लॉग: रचनाशीलता का स्थान महत्वपूर्ण
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 13, 2019 04:34 PM2019-01-13T16:34:57+5:302019-01-13T16:37:31+5:30
इनोवेशन में जोखिम उठाने की तैयारी रखनी पड़ती है और इस वजह से क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले उत्पादों का निर्माण संभव हो पाता है और वे नए बाजार का निर्माण करते हैं।
कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन द्वारा ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) तैयार किया जाता है, जिसमें 126 देशों का समावेश है। इसके लिए 80 मानक तय किए जाते हैं। यह दुनिया भर में नवाचार पर नीति निर्माताओं के लिए प्रमुख मानक है। किसी विचार या कल्पना को जब प्रत्यक्ष अमल में लाया जाता है तो इसे नवोन्मेष अथवा ‘इनोवेशन’ समझा जाता है।
इनोवेशन में जोखिम उठाने की तैयारी रखनी पड़ती है और इस वजह से क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले उत्पादों का निर्माण संभव हो पाता है और वे नए बाजार का निर्माण करते हैं। इनोवेशन के विपरीत, नकल करने वालों को कम जोखिम उठाना पड़ता है क्योंकि इनोवेशन करने वालों द्वारा तैयार उत्पाद उन्हें उपलब्ध होता है। हालांकि नकल करने वालों को भी स्थानीय बाजार में स्थान मिल जाता है।
किसी भी उद्योग की सफलता में उसके कर्मचारियों की रचनाशीलता का बहुत महत्व होता है। व्यस्त कर्मचारी अधिक रचनात्मक होते हैं और दूसरों से नवीन विचारों को ग्रहण करने के लिए अधिक इच्छुक होते हैं। अधिकांश कंपनियों के मालिक रचनात्मकता को महत्व देते हैं और रचनात्मक कर्मचारियों की तरक्की की ओर अधिक ध्यान देते हैं।
ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2018 में भारत का 57वां स्थान है। 2015 के 81वें स्थान को देखते हुए इसे बड़ी सफलता कहा जा सकता है। इस सूची में स्विट्जरलैंड पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर नीदरलैंड और तीसरे पर स्वीडन है। अमेरिका जो पहले चौथे स्थान पर था, फिसलकर छठवें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि चीन 22वें से 17वें स्थान पर आ
गया है।
हमें इस सूची में ऊपर आने के लिए क्या करना चाहिए? इसके लिए संस्था की रचनात्मकता, उसके लिए लगने वाले मनुष्यबल और बुनियादी ढांचे की उपलब्धता के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। इसके अलावा रचनात्मकता के लिए पोषण वातावरण, समुचित व्यावसायिक माहौल, शैक्षणिक दर्जा, शोध और विकास की संस्कृति, निवेश, प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण और कुशल कर्मचारियों का भी रचनात्मकता पर असर पड़ता है। इस सब बिंदुओं पर अपना देश किस स्थान पर है?
रचनात्मकता के लिए और देश को रचनाशीलता का केंद्र बनाने के लिए उस तरह की संस्कृति लोगों के बीच निर्मित करनी पड़ती है। इसके लिए शिक्षा एक महत्वपूर्ण उपकरण है। साथ ही हाईटेक उत्पादनों के क्षेत्र में भी प्रगति आवश्यक है। स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रौद्योगिकी के नवाचार से जोड़ना होगा। हमें स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। दुनिया में अवसर तो असीमित हैं, लेकिन मनुष्य की उम्र और करियर की सीमा होती है। इसलिए युवाओं को समय न गंवाते हुए रचनाशीलता की ओर ध्यान दें तो निश्चित रूप से अपने ध्येय में सफल हो सकते हैं।