वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: युवाओं का उदय भारत के लिए अच्छे संकेत
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: March 21, 2021 02:15 PM2021-03-21T14:15:18+5:302021-03-21T14:15:18+5:30
सूर्यकुमार के खिलाफ जिस सॉफ्ट सिग्नल पर आउट दिया गया. ऐसे सॉफ्ट सिग्नल पर दोबारा विचार करने की जरूरत है. आधुनिक तकनीक के इस दौर में 70 मीटर गज दूरी पर खड़ा कोई मैदानी अंपायर कैसे कैच आउट का फैसला सुना सकता है?
उतार-चढ़ावों से गुजरते हुए भारत-इंग्लैंड टी-20 का भाग्य अब शनिवार को खेले जाने वाले पांचवें और निर्णायक मुकाबले पर टिक गया है. बल्लेबाजों के लिए मददगार विकेट पर रैंकिंग में दूसरे नंबर की टीम ने चौथे मैच में टॉस हारने के बाद चुनौतीपूर्ण स्कोर को हार्दिक पंड्या और शार्दुल ठाकुर की अगुवाई में डिफेंड कर जीत हासिल कर ली. पहले और तीसरे मुकाबलों में टीम की हार का कारण शुरुआती छह ओवर में तीन विकेट गंवाना रहा.
चौथे मुकाबले में टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद मेजबानों का एप्रोच ज्यादा व्यावहारिक था. इंग्लैंड के स्तरीय आक्रमण के खिलाफ बिना किसी उन्माद के मिले अवसरों पर शॉट खेलकर भारतीय बल्लेबाजों ने चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया. सूर्यकुमार यादव मुकाबले के हीरो रहे. अंतरराष्ट्रीय स्तर की पदार्पण पारी में उन्होंने आकर्षक शॉट्स खेले. इसी क्षण का उन्हें इंतजार था.
मौका मिलते ही उन्होंने जोफ्रा आर्चर की पहली गेंद पर बेहतरीन हुक खेलकर छक्का जड़ा. आदिल राशिद की गुगली पर एक्स्ट्रा कवर पर खेला गया शॉट 'क्लासिक' था. पिछले कुछ माह में नए चेहरों का धमाकेदार प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए अहम गतिविधि मानी जाएगी. सूर्यकुमार ने इस सूची में शामिल कर लिया. मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर की पारी विशेष रही.
वह अच्छी तरह से जानते हैं कि राष्ट्रीय टीम में मनपसंद की जगह खेलने का मौका मिलना तय नहीं है. लिहाजा उन्होंने स्थितियों के अनुरूप ढालने को तरजीह दी. गेंदबाजी में भुवनेश्वर ने पहला ओवर मेडन फेंका तो दूसरे में जोस बटलर के पवेलियन की राह दिखाई. लेकिन जेसन रॉय, जाौनी बेयरस्टॉ और बेन स्टोक्स ने मुकाबले के रोमांच को कायम रखा.
ऐसी स्थिति में शार्दुल ठाकुर ने लगातार दो गेंदों पर स्टोक्स और मोर्गन को एक ही अंदाज में मैच देने को बाध्य किया. हार्दिक की सराहना करनी चाहिए. उन्होंने ऐसे समय चार ओवर में महज 16 रन देकर दो विकेट झटके जब इंग्लैंड को प्रति ओवर नौ रन की जरूरत थी. पीठ के ऑपरेशन के बाद वापसी के बाद उनके बुलंद हौसले से गेंदबाजी कोच बी. अरुण जरूर आश्वस्त हुए होंगे. इसके बावजूद मुझे लगता है कि टीम में एक और तेज गेंदबाज का विकल्प खुला रखना चाहिए.