सौरव गांगुली का कॉलम: वेस्टइंडीज दौरे पर युवाओं को टीम में जगह बनाने का सुनहरा मौका
By सौरव गांगुली | Published: August 2, 2019 05:06 PM2019-08-02T17:06:00+5:302019-08-02T17:06:36+5:30
भारतीय टीम विंडीज दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज से कर रही है। कैरेबियाई टीम इस फॉर्मेट में सबसे मजबूत मानी जाती है।
भारतीय टीम विंडीज दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज से कर रही है। कैरेबियाई टीम इस फॉर्मेट में सबसे मजबूत मानी जाती है। फ्लोरिडा क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट का स्थाई केंद्र बन गया है और उम्मीद है कि दुनिया के इस हिस्से में क्रिकेट का खेल अपनी पहचान बनाएगा।
विश्व कप के उपरांत टीम के सपोर्ट स्टाफ के लिए यह अंतिम श्रृंखला होगी। सहयोगी स्टाफ का हर सदस्य दोबारा नियुक्ति की उम्मीद को लेकर टीम से जुड़ा होगा। बेशक, कागज पर भारत का पलड़ा भारी है और केवल टी-20 प्रारूप में ही उसे विरोधियों से चुनौती मिल सकती है।
श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत जैसे युवा चेहरों के लिए टीम में अपनी जगह स्थाई करने का यह सुनहरा अवसर है। विश्व कप के बाद प्रत्येक टीम पुनर्निर्माण के दौर से गुजर रही है। भारतीय टीम में युवाओं को जगह बनाने का यह उचित अवसर है।
प्रति वर्ष कोई न कोई विश्वस्तरीय क्रिकेट स्पर्धा होती रहती है और ऐसे में केवल विश्व कप को ध्यान में रखकर क्रिकेट नहीं खेला जाना चाहिए। सीरीज-दर-सीरीज जीत कर शानदार प्रदर्शन के साथ अगने बढ़ना होता है। भारत को विंडीज में तीन टेस्ट भी खेलने हैं, जिसमें मेजबानों को हल्के में नहीं लिया जा सकता। विंडीज ने कुछ माह पूर्व इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। ठीक उसी परिस्थितियों में वह भारत के साथ उतर रही है।
राहुल चाहर को लेकर मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हूं। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के चलते ही वह भारतीय टीम का हिस्सा बन पाए हैं। मैं दोबारा कहना चाहूंगा कि किसी एक खिलाड़ी को किसी विशिष्ट फॉर्मेट का टैग नहीं लगाया जाना चाहिए। खेल में लय और निरंतरता बेहद जरूरी होती है। युवाओं को सभी फॉर्मेट में मौका दिया जाना चाहिए। लगातार मौके देने के बाद प्रतिभाओं को उचित फॉर्मेट के लिए स्पॉट किया जा सकता है। किसी खिलाड़ी की योग्यता को भांपने से पूर्व ही धारणा बना लेना गलत ही होता है।