टीम संयोजन पर पुनर्विचार की जरूरत, वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: March 14, 2021 06:26 PM2021-03-14T18:26:15+5:302021-03-14T18:27:45+5:30
इंग्लैंड की जीत में सही सतह पर बेहतरीन पेस का इस्तेमाल तथा योजनाओं के उचित क्रियान्वयन के अलावा टीम इंडिया से भी सहयोग मिला.
इसमें कोई संदेह नहीं कि शुक्रवार की रात खेले गए पहले टी-20 में इंग्लैंड ने अपनी ख्याति के अनुरूप शानदार जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की.
मेहमान पहले ही टेस्ट सीरीज की करारी हार से काफी हिल चुकी है. इंग्लैंड की जीत में सही सतह पर बेहतरीन पेस का इस्तेमाल तथा योजनाओं के उचित क्रियान्वयन के अलावा टीम इंडिया से भी सहयोग मिला. जब आप विश्व की श्रेष्ठ टीम के साथ पहला मुकाबला खेल रहे हैं तो आपको भी उतनी ही मजबूत टीम उतारनी चाहिए.
शिखर धवन और केएल राहुल बतौर ओपनर उतारने का फैसला प्रशंसनीय है, लेकिन मेरी नजर में फॉर्म में चल रहे रोहित शर्मा की अनदेखी नहीं करनी चाहिए थी. मैं चाहूंगा कि रोहित की टीम में वापसी जल्द से जल्द हो. मेरी नजर में टीम का गेंदबाजी संयोजन भी ठीक नहीं था.
हार्दिक पंड्या ने जरूरी गेंदबाजी की शुरुआत की लेकिन मेरी नजर में तीसरे स्पिनर के बजाय अतिरिक्त सीमर को मौका दिया जाना चाहिए था. हालांकि टॉस के समय ओस नहीं थी लेकिन मैच के आगे बढ़ने के साथ ही दोनों कप्तान ओस को लेकर सावधानी बरत रहे थे. यह विकेट टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई सूखी विकेट से बिल्कुल भिन्न थी, लिहाजा अतिरिक्त स्पिनर को शामिल करना पूरी तरह गलत फैसला था.
बल्लेबाजी के दौरान भारत के एप्रोच से मैं अचंभित हूं. सभी के लिए एक जैसी टेम्प्लेट नहीं हो सकती. खासतौर से पॉवरप्ले में एक परंपरागत दृष्टिकोण नहीं अपनाया जा सकता. यही बात इंग्लैंड के प्रभावशाली तेज आक्रमण के खिलाफ विफल रही. आर्चर और वुड ने लगातार 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर भारतीय टॉप ऑर्डर को ध्वस्त किया.
पॉवरप्ले में तीन विकेट गंवाने के बाद वापसी करना लगभग कठिन हो जाता है. श्रेयस अय्यर ने जरूर एक छोर से मोर्चा संभाले रखा. हालांकि वह बहुत ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मुकाबले नहीं खेले हैं लेकिन उन्होंने लीग में अपने अनुभव को भुनाया. भारतीय टीम में वापसी करने क्षमता है जो वह हाल में बार-बार साबित भी कर चुकी है. लेकिन इंग्लैंड के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए विराट एंड कंपनी को अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार की आवश्यकता है.