हर्षा भोगले का कॉलम: मुंबई के पास सभी विभागों में मैच विजेता
By हर्षा भोगले | Published: May 7, 2019 10:44 AM2019-05-07T10:44:44+5:302019-05-07T10:44:44+5:30
यह बेहद शानदार है कि आईपीएल इतिहास की दो सबसे सफल टीमें पहले क्वालिफायर में आमने—सामने होंगी। बेशक ये दोनों बेहतरीन टीमें हैं, लेकिन साथ ही 14 मुकाबलों के बाद ये थकी हुईं भी हैं।
यह बेहद शानदार है कि आईपीएल इतिहास की दो सबसे सफल टीमें पहले क्वालिफायर में आमने—सामने होंगी। बेशक ये दोनों बेहतरीन टीमें हैं, लेकिन साथ ही 14 मुकाबलों के बाद ये थकी हुईं भी हैं। यहां ये याद रखना होगा कि दोनों टीमों ने पांच मई को अपना मैच खेला है और फिर यात्रा भी की है। दोनों टीमें विपरीत परिस्थितियों में खेलकर चेपक की धीमी पिच पर खेलने उतरेंगी।
चेन्नई की टीम अपने आखिरी छह मुकाबलों में से चार में हार चुकी है। अहम खिलाड़ी या तो लय में नहीं हैं, या चोटिल हैं। टीम कुछ ही मैच विजेताओं पर निर्भर है। मगर यह नहीं भूलना चाहिए कि ये वही चेन्नई की टीम है जो आखिरी कुछ मैचों तक पूरे दबदबे के साथ प्रदर्शन कर रही थी।
मैं ये पहले भी कई बार कह चुका हूं, लेकिन चेन्नई के साथ यह सच्चाई है कि धोनी के साथ ये टीम रास्ता तलाश ही लेती है। और अब फाफ डु प्लेसिस की फॉर्म टीम के लिए बेहद कारगर साबित होगी। अगर चेन्नई को किसी टीम से चिंतित होने की जरूरत है तो वो मुंबई की टीम है जो हर तरह से उसे टक्कर देने की क्षमता रखती है।
हालिया मैचों में मुंबई के अहम खिलाड़ियों ने लय हासिल कर ली है और सभी विभागों में उसके पास मैच विजेता हैं। ये सभी बातें नॉकआउट चरण में बेहद अहम साबित होती हैं। 26 अप्रैल को ही मुंबई ने चेन्नई की टीम को अपनी ताकत का अहसास कराया था और इससे टीम निश्चित ही विश्वास से भरी होगी।
हालांकि चेन्नई में खेलने का मंत्र पिच और उसके धीमेपन के हिसाब से खुद को ढालना है। अगर ओस की समस्या नहीं है तो पहले बल्लेबाजी करना फायदेमंद होगा क्योंकि दूसरी पारी में पिच और धीमी होती जाएगी। दोनों टीमों के गेंदबाजी आक्रमण के पास पिच का फायदा उठाने की क्षमता है। मगर मुझे लगता है कि मुंबई की बल्लेबाजी अधिक बेहतर है। मगर यह बड़ा मुकाबला है, जिसमें दबाव भी भरपूर होगा। ऐसे में अपने जोखिम पर ही कोई अनुमान लगाएं। (टीसीएम)