अयाज मेमन का कॉलम: संजू सैमसन, केएल राहुल और पृथ्वी शॉ ने प्रभावित किया
By अयाज मेमन | Published: September 27, 2020 06:12 PM2020-09-27T18:12:29+5:302020-09-27T18:12:29+5:30
'आईपीएल के पहले सप्ताह में शुरुआती दौर के मुकाबलों को देखते हुए कहा जा सकता है कि तेरहवां संस्करण उलटफेरों से भरा रहेगा.'
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर डीन जोन्स का निधन आईपीएल के पहले सप्ताह की दिल को झकझोरने वाली खबर रही. लीग की कमेंट्री के लिए वह मुंबई में स्टार स्पोर्ट्स टीम के सदस्य थे. मुझे उनके क्रिकेट जीवन के कुछ यादगार मुकाबलों को कवर करने का मौका मिला जिनमें वर्ष 1986 का चेन्नई (उस समय के मद्रास) टेस्ट भी शामिल है. इस टाई टेस्ट के दौरान जोन्स ने 210 रन की द्विशतकीय यादगार पारी खेली थी.
बतौर कमेंटेटर इंडियन क्रिकेट लीग (2007-08) के दौरान कुछ मुकाबलों में साथ में कमेंट्री की. साथ ही वर्ष 2015-16 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच एडिलेड में खेले गए पहले डे-नाइट पिंक बॉल टेस्ट के दौरान बातचीत का मौका मिला.
आईपीएल के पहले सप्ताह में शुरुआती दौर के मुकाबलों को देखते हुए कहा जा सकता है कि तेरहवां संस्करण उलटफेरों से भरा रहेगा. फिलहाल हम कुछ खिलाड़ियों के अच्छे-बुरे प्रदर्शन की चर्चा जरूर कर सकते हैं. इनमें के.एल. राहुल, संजू सैमसन, रोहित शर्मा और पृथ्वी शॉ ने बेहद प्रभावित किया है. पृथ्वी शॉ ने चेन्नई के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेलकर चहेतों को खुश किया. रोहित शर्मा ने केकेआर के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली. इसी दौरान पैट कमिंस से जरूर निराशा हाथ लगी.
मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित संजू सैमसन किया. उन्होंने चेन्नई के खिलाफ 32 गेंदों में नौ छक्कों की मदद से 74 रन की बेजोड़ पारी खेली. इस पारी के दम पर राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई को मात दी और भारतीय टीम में अपनी दावेदारी ठोंक दी. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी छाए रहे. वह पंजाब के लिए तुरूप का पत्ता साबित हो रहे हैं. इसी तरह नवदीप सैनी भी आरसीबी के लिए मददगार साबित हो रहे हैं. लेग स्पिनरों का जलवा रहा. इनमें युजवेंद्र चहल छाए हुए हैं. राहुल तेवतिया और रवि बिश्नोई भी सुर्खियों में हैं.
विराट कोहली और एमएस धोनी खराब दौर से गुजर रहे हैं. हालांकि दोनों ने जीत से आगाज किया लेकिन बल्लेबाजी में छाप नहीं छोड़ रहे हैं. कोहली दोनों मुकाबलों में फ्लॉप रहे. साथ ही फिंच और डि विलियर्स को भी अपनी क्षमता के अनुरूप खेलना है. टीम की दो हार के बाद धोनी पर लगातार दबाव बढ़ रहा है. बढ़ती उम्र में उन पर बल्लेबाजी का दबाव है.