अयाज मेमन का कॉलम: टीम इंडिया की जीत के असल हकदार हैं कोहली, टीम में लगाई जीत की लत
By अयाज मेमन | Published: December 13, 2019 10:24 AM2019-12-13T10:24:05+5:302019-12-13T10:24:05+5:30
भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को मुंबई में 67 रनों से हराकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया।
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज जीत ली। बुधवार की शाम तीसरे और निर्णायक मुकाबले में वानखेड़े स्टेडियम का नजारा देखने लायक था। रोहित शर्मा, केएल राहुल और कप्तान विराट कोहली ने आतिशी बल्लेबाजी कर दिवाली का अहसास दिलाया। बेशक विकेट सपाट थी, लेकिन उनकी आतिश भरी पारियों से जीत की अहमियत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
विश्व कप में अप्रत्याशित हार के बाद भारतीय टीम ने जीत की निरंतरता को बनाए रखा है। टी-20 रैंकिंग में विंडीज दसवें स्थान पर होने के बावजूद वह मौजूदा विश्व चैंपियन भी है। इसकी मिसाल उन्होंने पहले मैच में हार के बाद दूसरे मैच में वापसी के साथ दिया।
जाहिर तौर पर तीसरे मुकाबले में मेजबानों पर कुछ दबाव तो जरूर था। यही वजह है कि टीम के टॉप ऑर्डर ने कोई कसर नहीं छोड़ी। टीम की जीत के असल हकदार विराट कोहली हैं। वह जीत के इरादे से मैदान पर कदम रखकर रणनीति बनाते हैं। अनेक लोग कोहली को आक्रामक मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने अपने खेल में काफी तब्दीलियां लाई हैं। कप्तानी के अलावा खिलाड़ी के रूप में उनके प्रदर्शन में निखार आया है।
खास तौर से कप्तान के रूप में वह छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। इसी का एक नमूना है- जब पोलार्ड खेल रहे थे कोहली ने वाशिंगटन सुंदर को गेंदबाजी नही सौंपी। वह अच्छी तरह से जानते थे कि पोलार्ड के सामने सुंदर को गेंदबाजी देना भारी पड़ेगा। विराट ने मोहम्मद शमी, दीपक चाहर जैसे तेज गेंदबाजों के उचित इस्तेमाल किया। इसके अलावा क्षेत्ररक्षण को आक्रामक ढंग से लगाया। इससे भी ज्यादा अहम यह था कि भारतीय कप्तान ने सभी को एक ही लक्ष्य दिया- जीत के लिए मैदान पर उतरो।
सीरीज में बल्लेबाजों के अनुरूप भले ही गेंदबाजों का प्रदर्शन रहा, लेकिन मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार की वापसी से भारतीय आक्रमण में पैनापन लाने में मदद मिली। शमी सीमित ओवरों के प्रारूप में टीम से बाहर थे। इसी तरह भुवनेश्वर चोट से फिट होकर लौटे हैं।
बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में सुधार के चलते टी-20 रैंकिंग में पांचवें स्थान पर चल रही भारतीय टीम अपनी स्थिति को मजबूत कर सकती है। इससे भी ज्यादा अहम आगामी टी-20 विश्व कप में टीम के प्रदर्शन पर दिखाई देगा। फिलहाल भारतीय टीम का अभियान सकारात्मक ढंग से आगे बढ़ रहा है। अनेक युवा खिलाड़ियों को आजमाने का मौका मिल रहा है। इससे मजबूत भारतीय टीम बनाने में मदद मिलेगी