एबी डिविलियर्स का कॉलम: डगआउट में बैठे बेहतरीन खिलाड़ी, मौका मिलने पर चमक बिखेरने को तैयार

By एबी डिविलियर्स | Published: October 25, 2020 03:16 PM2020-10-25T15:16:46+5:302020-10-25T15:16:46+5:30

आईपीएल की हर टीम को अधिकतम आठ विदेशी खिलाड़ी साइन करने की अनुमति है, लेकिन उनमें से अधिकतम चार विदेशी खिलाड़ी ही प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जा सकते हैं...

AB de Villiers column: best players sitting in the dugout, ready to shine if given a chance | एबी डिविलियर्स का कॉलम: डगआउट में बैठे बेहतरीन खिलाड़ी, मौका मिलने पर चमक बिखेरने को तैयार

एबी डिविलियर्स का कॉलम: डगआउट में बैठे बेहतरीन खिलाड़ी, मौका मिलने पर चमक बिखेरने को तैयार

उन्हें आप आईपीएल के गुमनाम खिलाड़ी कह सकते हैं, लेकिन अगर इनमें से कोई अपनी परछाई से बाहर निकलकर आने वाले मैचों में अहम भूमिका निभाए तो हैरान मत होइएगा. वजह आसान सी है... आईपीएल की हर टीम को अधिकतम आठ विदेशी खिलाड़ी साइन करने की अनुमति है, लेकिन उनमें से अधिकतम चार विदेशी खिलाड़ी ही प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जा सकते हैं. इस वजह से आईपीएल मुकाबलों के हर राउंड में टीमों के 32 विदेशी खिलाड़ी डगआउट में बैठे देखे जा सकते हैं. इस इंतजार में कि कब उन्हें कोई मौका मिले और वो साबित कर पाएं कि वो क्या कर सकते हैं. कोच और कप्तान चयन में निरंतरता चाहते हैं, ऐसे में कोई खिलाड़ी एक बार बाहर हो जाए तो फिर टीम में वापसी की उसकी राह मुश्किल हो जाती है.

आईपीएल 2020 में कुछ विश्व स्तरीय खिलाड़ी अभी दरिकनार हैं. डेविड मिलर बेहतरीन विध्वंसक और आक्र ामक बल्लेबाज हैं, जिन्होंने दुनियाभर के गेंदबाजी आक्र मण की धिज्जयां उड़ाई हैं. लेकिन उन्होंने इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए सिर्फ एक मैच खेला है. इमरान ताहिर ने पिछले साल चेन्नई सुपरिकंग्स के लिए 26 विकेट लिए थे और टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. मगर इस साल उन्होंने अब तक केवल एक मैच खेला है. वो इसलिए क्योंकि चेन्नई ने चार विदेशी खिलाडि़यों में करन, वॉटसन, ब्रावो और डुप्लेसी को जगह दी. एडम जैम्पा ने आस्ट्रेलियाई टीम के लिए अपनी उपयोगी साबित की है, लेकिन आरसीबी के लिए वे आईपीएल में अपने अभियान का आगाज नहीं कर सके हैं.

कई बेहतरीन भारतीय खिलाड़ी भी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. अजिंक्य रहाणे आईपीएल इतिहास के शानदार खिलाडि़यों में शुमार होते हैं, लेकिन इस सीजन में उन्हें कुछ ही मैच खेलने को मिले हैं. हर क्रि केटर उतनी ही कड़ी मेहनत करता है, जितनी कि कोई और खिलाड़ी. साथ ही ये खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं भी होते हैं तब भी इस बात की अहमियत समझते हैं कि वे बाहर बैठकर क्या भूमिका निभा सकते हैं. टीम में एनर्जी बरकरार रखना भी इसका हिस्सा है. अक्सर ये कहा जाता है और जो सच भी है, कि प्रोफेशनल स्पोटर्स में टीम मैच जीत सकती है, लेकिन वो खिताब पूरा दल जीतता है. देखते हैं, इस साल कौन सा खिलाड़ी अपनी परछाई से बाहर आकर जलवे बिखेरता है

Web Title: AB de Villiers column: best players sitting in the dugout, ready to shine if given a chance

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