पटनाः लोकसभा का 5 दिन का विशेष सत्र बुलाए जाने पर सियासत भी तेज हो गई है। राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो या देश हित में होगा। शुक्रवार को पटना में उन्होंने केंद्र सरकार के 'एक देश एक चुनाव' का समर्थन करते हुए कहा कि सिद्धांत के अनुसार यह बात ठीक है क्योंकि देश में अक्सर किसी न किसी राज्य में चुनाव होता ही रहता है।
इससे नुकसान होता है। लोगों का काम बाधित होता है। खर्च ज्यादा हो जाता है। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि अगर एक तरह से 'एक देश एक चुनाव' की बात होती है तो इससे पैसों की बर्बादी बचेगी। लोगों का समय भी बचेगा। आचार संहिता लगते ही प्रशासन के जो लोग चुनाव कराने में शामिल होते हैं, उनका भी समय बचेगा।
इसका असर देश के विकास पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि व्यावहारिक और कानूनी दृष्टि से कितना हो पाएगा या नहीं, ये मुझे नहीं पता। इसके तकनीकी पेंच के बारे में कोई बात हम नहीं कहेंगे पर 'एक देश एक चुनाव' की योजना सही है और ये होना चाहिए।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि किस मुद्दे पर लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया गया यह तो हमें नहीं पता है, लेकिन अगर ’एक देश एक चुनाव' की नीति को लेकर चर्चा होगी तो बहुत अच्छी बात होगी। ऐसा देखा जाता है कि पूरे साल देश में कहीं ना कहीं किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र को भी इस चुनाव को करवाने में काफी दिक्कत होती है।
इसका समाधान अगर है तो ’एक देश एक चुनाव' ही है और इसे देश में लागू होना चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा थे तो वो 'एक देश एक चुनाव' का पहले से समर्थन करते रहे हैं। अब वो एनडीए के हिस्सा नहीं हैं, ऐसे में वह अपना स्टैंड बदल रहे हैं तो इसका क्या मतलब है?
फिर भी जब देशहित में केंद्र सरकार कोई अच्छा फैसला ले रही है तो उन्हें उसका समर्थन करना चाहिए। मगर, अपने राजनीतिक फायदे के लिए वो इसके विरोध में बोल रहे हैं। जो कहीं से सही नहीं है। जहां तक बात विपक्ष के इंडिया की है तो उसका कोई फायदा उन्हें नहीं मिलने जा रहा है। ये लोग सिर्फ नकारात्मक राजनीति करते हैं।
सिर्फ नरेंद्र मोदी को हटाना है, इसी एजेंडे के तहत ये लोग इकट्ठा हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग कितनी भी बैठकें कर लें, लेकिन जनता का विश्वास नहीं जीत सकते हैं। 2024 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बनेंगे, इस बात की जानकारी इन लोगों को भी है।
लेकिन इन लोगों को भी प्रयास करने दीजिए, इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का मार्केट वैल्यू जीरो हो चुका है, कोई फायदा नहीं है। बिहार की पार्टी है और बिहार में ही उनका कोई अस्तित्व नहीं है।