पटनाः मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक के बाद पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कई मुद्दों को लेकर एक बार फिर केन्द्र सरकार पर तीखा प्रहार किया है। वन नेशन-वन इलेक्शन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बात का संदेह उन्हें पहले से था।
वे विपक्ष की एकता से खतरा महसूस करने लगे हैं, इसलिए वे जल्द चुनाव कराने की बात सोच रहे हैं। इस मामले पर अब संसद के अंदर ही चर्चा होगी। उन्होंने चुनौती भरे स्वर में कहा कि देखेंगे हाउस में यह सब होगा? क्या चीज पर होता है, उसके बाद में निर्णय लेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो हर बातों पर जवाब मांगेंगे। अभी देखते जाइए आगे क्या-क्या होता है?
हमको कुछ लोग कह रहा है कि एक ही साथ लोकसभा का चुनाव और विधानसभा का चुनाव होगा। यह तो पहले भी होता था, लेकिन अब फिर करने जा रहे हैं तो सब कुछ क्यों नहीं करते हैं? अभी तक पूरे देश में जनगणना नहीं हुई है। तीन साल देरी हो रही है। आखिर वह क्यों नहीं करवा रहे हैं? नीतीश ने कहा कि भाजपा घबराई हुई है, इसलिए ऐसा बोल रही है।
वन नेशन वन इलेक्शन की बात घबराहट का ही नतीजा है। उन्होंने कहा कि हमने तो पहले ही संदेह जताया था कि (भाजपा) समय से पहले चुनाव कराना चाहती थी क्योंकि विपक्ष अब एकजुट हो रहा है। इससे केंद्र सरकार डरी हुई है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की जयंती दो अक्टूबर को पूरे देश में ‘इंडिया’ गठबंधन के बैनर तले बड़े-बड़े कार्यक्रम होंगे और उस दिन से सभी गठबंधन एकजुट मिलकर प्रचार प्रसार करेंगे, यह सब कल की बैठक में तय हो चुका है।
गठबंधन में सीट शेयरिंग के मसले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सब कुछ तय हो जाएगा। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। पूरी प्रक्रिया होने के बाद आप लोगों को बताया जाएगा। इस महीने ही सब कुछ तय हो जाएगा। वहीं, बिहार में सरकारी विद्यालयों में छुट्टी कटौती को लेकर हो रहे विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं है। स्कूल में पठन-पाठन का काम हो रहा है तो इसमें बुराई क्या है?
अगर किसी को कोई दिक्कत है तो आकर बताए। मैं उन्हें भी सुनूंगा। लेकिन शिक्षा विभाग अच्छा काम कर रहा है। मैं तो कह दिया हूं। हम तो चाहते हैं कि सभी बच्चे-बच्चियों की पढ़ाई वक्त पर और अच्छे तरीके से हो। अधिकारी और विभाग समझते हैं तो फैसला लेते है। इसमें क्या गलत है? हमको आश्चर्य होता है कि इसमें कोई विवाद होता है।