पटनाः जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बुधवार को कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया बनने से केंद्र की मोदी सरकार घबराई हुई है। यही कारण है कि अब हताशा में देश का नाम बदलने वाली बातें कर रहे हैं और इंडिया और भारत का विवाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इनके नाम बदलने से कुछ नहीं होगा।
इस देश की जनता में मोदी सरकार के खिलाफ जो अविश्वास है, उसको कहां से मिटाएंगे? इन्हें जो करना है करते रहें, लेकिन जनता इनके खिलाफ है। उन्होंने ने कहा कि पीएम मोदी की जुमलेबाजी को हर कोई समझ चुका है। ललन सिंह ने कहा कि इतिहास को यह लगातार बदल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी पर स्वप्रचार का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तो स्थिति है कि आप हवाई जहाज में भी बैठेंगे तो वहां मोदी के नाम के संदेश बिजली-पानी आदि से जोड़कर दिया जाता है। इतिहास बदलने की इनकी ऐसी सोच है, ये सारा इतिहास अपने नाम करना चाहते हैं। यह चाहते हैं कि देश का इतिहास बापू के नाम से हटाकर नरेंद्र मोदी के नाम से किया जाए।
उन्होंने कहा कि एक दौर था कि प्रधानमंत्री मोदी खुद ही वोट फॉर इंडिया का नारा लगवाते थे और आज वे इंडिया नाम को समाप्त करने की पहल कर रहे हैं। संसद का विशेष सत्र बुलाने के केंद्र सरकार के निर्णय को ललन सिंह ने लोकतंत्र को समाप्त करने वाला बताया।
उन्होंने कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है, लेकिन उसमें किन एजेंडों पर बात होगी, यही नहीं बताया गया है। सांसदों को किस पर बात करनी है, यही नहीं पता है। यह दिखाता है कि ये लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। यह सब वही है।
गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर ललन सिंह ने कहा कि उनके आने से कुछ नहीं होगा। वे कहीं भी जा सकते हैं। लेकिन बिहार में आने से कोई फर्क नहीं होगा। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 सितम्बर को बिहार आ रहे हैं। वे झंझारपुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पिछले एक साल में अमित शाह छठी बार बिहार के दौरे पर आ रहे हैं।