पटनाः बिहार में हुई विपक्षी एकता की पहली बैठक के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा और मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आज की स्थिति इमरजेंसी की स्थिति से भी बदतर है। कहा कि उस वक्त कम-से-कम प्रेस को आजादी थी। लेकिन आज मीडिया नियंत्रण में है। पूरा लोकतंत्र खतरे में है।
भाजपा इमरजेंसी की याद दिलवा रही है। आज इमरजेंसी से ज्यादा बदतर हालात हो गया है। आज कोई अगर एक शब्द बोलता है तो उसके यहां सीबीआई और ईडी का छापा पड़ने लगता है। दरअसल, ललन सिंह से यह सवाल किया गया था कि भाजपा आपकी बैठक को लेकर तंज कर रही हो और इसे इमरजेंसी से तुलना कर रही है।
जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह लोग क्या इमरजेंसी की बात करेंगे? उससे बदतर हालत तो आज हो गया है। आज भाजपा खिलाफ कोई बोलता है तो ईडी और सीबीआई की छापेमारी हो जाती है। इमरजेंसी के दौरान कभी भी इंदिरा गांधी ने ईडी, सीबीआई और आईटी का प्रयोग नहीं किया था। हमलोग भी जेल में थे।
लेकिन आज तो लोगों को डराया जा रहा है। लोगों को धमकाया जा रहा है। सारी संस्थाओं को नियंत्रित कर पॉकेट में रख लिए हैं, यह लोग। आज तो इमरजेंसी से भी बदतर स्थिति है पूरा देश का लोकतंत्र खतरे में है। देश की स्वतंत्रता और लोकतंत्र खतरे में है। कांग्रेस अब हमारे साथ है।
वहीं, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विपक्ष की बैठक को फोटो सेशन करार दिए जाने पर ललन सिंह ने कहा कि वे भविष्यवक्ता हैं। अगर उन्होंने ये भविष्यवाणी की है कि 300 सीट जीतकर पीएम मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे तो इसका मतलब है नरेन्द्र मोदी चुनाव हार गए हैं। उन्होंने कहा कि आप इतिहास उठाकर देखिए। उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में हम बहुमत लाएंगे, वहां हार गए।
हिमाचल में बहुमत लाएंगे, वहां हार गए। ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने सभी लोगों से एक साथ जाकर अपील की थी और सभी लोगों ने एकजुट होकर एक मंच पर आए। निश्चित तौर पर यह बड़ी बात है और सभी लोग देख रहे हैं कि भाजपा की सरकार लोकतंत्र का खात्मा करना चाहती है, प्रेस पर पहरा लगा दिया गया है। वहीं, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पर तंज कसते हुए कहा कि देश को पता है, वहां कहां से गाइड हो रहे हैं।