Bihar Politics News: कैलाशपति मिश्र की 100वीं जयंती के मौके पर पटना के बापू सभागार में भाजपा ने कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जेपी नड्डा का जोरदार स्वागत किया।
वहीं जयंती समारोह को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने नीतीश-लालू समेत विपक्ष पर करारा प्रहार किया। श्रद्धांजलि देते हुए नड्डा ने कहा कि कैलाशपति मिश्र बिहार भाजपा के भीष्म पितामह थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक भी थे। संगठन के विस्तार के लिए उन्होंने काम किया। ‘इंडिया’ गठबंधन का गठन परिवारवाद एवं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
उन्होंने अपने आप को पार्टी के लिए समर्पित किया था। कैलाशपति मिश्र का नाम जब राज्यसभा के लिए तय हुआ तब उन्होंने कहा था कि मुझे संगठन में रहने दीजिए, हमें दलितों को आगे बढ़ाना है, कामेश्वर पासवान को राज्यसभा में भेजिए। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से मैं कह रहा हूं। एक बार कहा था तो परिवारवादी पार्टियों में काफी गुस्सा हुआ था।
मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि परिवारवादी पार्टियों का खात्मा निश्चित है। आज मैं बिहार में हूं। यहां क्या स्थिति है...। लालू के बाद राबड़ी देवी फिर तेजस्वी यादव, मीसा भारती। यही लोग तो हैं। यह सभी लोग परिवारवादी और भ्रष्टाचार से जुड़े हुए लोग हैं। अभी कल ही तो यह लोग भ्रष्टाचार केस में बेल करा कर आए हैं। न सिर्फ बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश जहां अखिलेश यादव हैं, उसके बाद डिंपल यादव।
बंगाल में ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी हैं। अन्य राज्यों में भी परिवादी पार्टियां हैं जो सिर्फ परिवार के लिए काम कर रही हैं। नड्डा ने ऐलान किया कि अब हम किसी को कंधे पर नहीं बिठायेंगे। समय आ गया है अपने कंधे को मजबूत कर 2024 में संपूर्णता से चुनाव जीतें। फिर 2025 में विशुद्ध भाजपा की सरकार बनायेंगे। 2024-25 में हर हाल में कमल खिलायेंगे।
भाजपा ओबीसी कल्याण के लिए सदैव खड़ी हुई: नड्डा
भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट को सालों तक दबाए रखने वाली कांग्रेस के विपरीत हमेशा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए काम किया है। बिहार में हाल ही में जारी किए गए एक जाति आधारित सर्वेक्षण रिपोर्ट में राज्य की कुल आबादी में पिछड़ा वर्ग की आबादी 60 प्रतिशत से अधिक बतायी गई है।
देशभर में ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के एकजुट होने की अटकलों के बीच प्रदेश की राजधानी पटना में एक समारोह को संबोधित करते हुए नड्डा ने यह बयान दिया। भाजपा को उच्च जाति की समर्थक पार्टी के रूप में देखा जाता है। भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रव्यापी जातिगत जनगणना की वकालत करने के लिए कांग्रेस पर कटाक्ष किया और उसे यह याद दिलाया कि मंडल आयोग की सिफारिशें वीपी सिंह की भाजपा समर्थित सरकार द्वारा लागू की गईं, क्योंकि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने वर्षों तक रिपोर्ट को दबाये रखा।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार, जिसका लालू प्रसाद की पार्टी राजद हिस्सा थी, ने ओबीसी के लिए राष्ट्रीय आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के बारे में नहीं सोचा। यह काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। भाजपा सरकार के दौरान देश भर के केंद्रीय विद्यालयों में चार लाख ओबीसी छात्रों को प्रवेश दिया गया।’’
नड्डा ने कहा, ‘‘हमें याद रखना चाहिए कि मोदी गरीबी को जाति का एक रूप मानते हैं। मोदी सरकार ने 12 करोड़ गरीब लोगों को मध्यम आय वर्ग में प्रवेश दिलाने में मदद की है। यह मेरा दावा नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़े यह बताते हैं।’’ भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पिछले पांच वर्षों में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या जनसंख्या के एक प्रतिशत से भी कम रह गई है।