Bihar News: बिहार में सत्ताधारी दल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के द्वारा इस्तीफा दिए जाने की चर्चा है। मंगलवार को जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफा की खबर सामने आने के बाद पूरे राज्य की सियासत गर्मा गई और पूरे देश की राजनीति में हड़कंप मच गया। ललन सिंह के इस्तीफा की खबर मिलते ही जदयू कार्यालय में भी हलचल बढ़ गई।
आनन फानन में जदयू नेता पार्टी कार्यालय पहुंचने लगे। वहीं वित्त मंत्री विजय चौधरी में पार्टी कार्यालय पहुंच गए। खुद ललन सिंह ने भी एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान अपने इस्तीफे की खबर का खंडन किया। ऐसे में ललन सिंह ने कहा कि मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है। मेरे इस्तीफे की खबर झूठी है। वहीं ललन सिंह के इस बयान के बाद उनकी इस्तीफे की उठ रही अटकलों पर विराम लग गया है।
वहीं, विजय चौधरी ने ललन सिंह के इस्तीफे की खबर को पूरी तरह से गलत बताया। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है। पार्टी कार्यालय को इसकी सूचना नहीं है। अटकलें पैदा हुई है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि मीडिया में कुछ ऐसे लोग हैं जो इस तरह का अफवाह उड़ाने का काम कर रहे हैं।
ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर विजय चौधरी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सुशील मोदी कुछ भी बोलते हैं। भाजपा में उनका कोई सम्मान नहीं है। वह ऐसे ही कुछ भी बोलते हैं। खबर झुठी फैलाई गई है। उन्होंने कहा कि 29 को दिल्ली में जदयू का राष्ट्रीय कार्यकारिणी के साथ ही राष्ट्रीय परिषद की भी बैठक हो रही है।
दरअसल, बिहार की सियासत में पिछले कई दिनों से इस बात की चर्चा हो रही है कि ललन सिंह को जदयू के अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता है। कहा जा रहा था कि 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार इसको लेकर निर्णय हो सकते हैं। ललन सिंह के ऊपर लालू के साथ मिलकर जदयू को तोड़ने के आरोप लग रहे थे।
हालांकि सूत्रों की मानें तो ललन सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस्तीफा भेज दिया है। सूत्रों की मानें तो ललन सिंह के इस्तीफे पर मुहर दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लगेगी और इसका औपचारिक ऐलान हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार ललन सिंह की जगह पर अति पिछड़ी जाति से रामनाथ ठाकुर या दलित समाज से अशोक चौधरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकते हैं।