Barbigha Assembly Constituency: बरबीघा पर जदयू में घमासान, विधायक सुदर्शन का मंत्री अशोक चौधरी पर हमला, कहा-दादा राजो सिंह की हत्या में साजिशकर्ता थे...
By एस पी सिन्हा | Published: September 30, 2023 02:51 PM2023-09-30T14:51:24+5:302023-09-30T14:52:36+5:30
Barbigha Assembly Constituency: अशोक चौधरी ने मेरे दादा राजो बाबू को बांसघाट पहुंचवाया, मेरे पिता को बांसघाट पहुंचवाया और अब मुझे वहीं पहुंचाना चाहते हैं।
Barbigha Assembly Constituency: बिहार में सत्तारूढ दल जदयू में बरबीघा विधानसभा क्षेत्र को लेकर घमासान छिड़ा है। मंत्री अशोक चौधरी के बरबीघा में बार-बार हस्तक्षेप से नाराज होकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जब उन्हें वहां नहीं जाने को कहा था को अशोक चौधरी अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से खुले तौर पर भिड़ गए थे।
अब बरबीघा से जदयू के विधायक सुदर्शन कुमार ने अपनी पार्टी के मंत्री अशोक चौधरी पर सीधा हमला बोला है। इसके साथ ही उन्होंने कई गंभीर आरोप भी लगा दिए हैं। सुदर्शन कुमार ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री अशोक चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मेरे दादा राजो सिंह की हत्या में साजिशकर्ता थे।
अशोक चौधरी ने मेरे दादा राजो बाबू को बांसघाट पहुंचवाया, मेरे पिता को बांसघाट पहुंचवाया और अब मुझे वहीं पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी भाजपा के संपर्क में हैं, वे अपने दामाद को भाजपा से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। इसलिए बरबीघा में सारा कुचक्र रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बरबीघा मेरे दादाजी की कर्मभूमि रही है और वे बिहार के बड़े नेता थे। राजनीति मेरे खून में है। सुदर्शन कुमार ने दो टूक अंदाज में कहा कि अशोक चौधरी को स्व. राजो सिंह के हत्याकांड से अपना नाम हटवाना था, इसलिए मुझसे बेहतर संबंध बना लिया। फिर मुझे बरगला कर केस से अपना नाम हटवा लिया।
उसके बाद ओछी राजनीति करनी शुरू कर दी। उन्होंने स्पष्ट अंदाज में कहा कि बरबीघा के भूमिहारों पर अशोक चौधरी का विशेष ध्यान है। बरबीघा के भूमिहारों की भावनाओं से खेलने की आदत रही है। बरबीघा के भूमिहारों को वे सबसे अधिक बेवकूफ समझते हैं।
वे अपने दामाद को भाजपा के टिकट पर नवादा लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाना चाहते हैं। नवादा लोकसभा सीट में ही बरबीघा विधानसभा क्षेत्र आता है। अपने दामाद के लिए ही अशोक चौधरी बरबीघा में ओछी राजनीति कर रहे हैं। बता दें कि मंत्री अशोक चौधरी के दामाद का नाम सायण कुणाल है, जो आचार्य किशोर कुणाल के पुत्र हैं।