भोजपुरी अभिनेता व बीजेपी सांसद रवि किशन ने कलाकारों को रॉयल्टी देने की उठाई मांग, हॉलीवुड और चीन का दिया हवाला
By अनिल शर्मा | Published: December 8, 2021 02:03 PM2021-12-08T14:03:18+5:302021-12-08T14:04:37+5:30
रवि किशन ने कहा कि अभिनय के दौरान कलाकारों की पर्दे पर जितनी उपस्थिति रहती है, उस लिहाज से उन्हें फिल्म रिलीज होने के बाद टेलीविजन चैनल आदि पर दिखाये जाने के लिए भी रॉयल्टी मिलनी चाहिए जिसकी एक सीमा तय की जा सकती है।
नयी दिल्लीः भोजपुरी अभिनेता और गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन ने लोकसभा में मांग की कि फिल्म जगत के कलाकारों को पर्दे पर उनके दिखने की अवधि अनुरूप रॉयल्टी मिलनी चाहिए। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए रवि किशन ने कहा कि हॉलीवुड और चीन के फिल्म जगत में कलाकारों के लिए रॉयल्टी की व्यवस्था है और ऐसा हिंदी, भोजपुरी तथा दक्षिण सिनेमा में काम करने वाले कलाकारों के लिए भी होना चाहिए।
रवि किशन ने कहा कि अभिनय के दौरान कलाकारों की पर्दे पर जितनी उपस्थिति रहती है, उस लिहाज से उन्हें फिल्म रिलीज होने के बाद टेलीविजन चैनल आदि पर दिखाये जाने के लिए भी रॉयल्टी मिलनी चाहिए जिसकी एक सीमा तय की जा सकती है। शून्यकाल में वाईएसआरसीपी के पी वी मिथुन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के कडप्पा और चित्तूर में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए केंद्र से आकलन करने की मांग की।
अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं। तमाम राजनीतिक दल जोरशोर से प्रचार में जुटे हैं। इस बाबत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा की गोरखपुर की रैली में किये गये वादों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रवि किशन शुक्ला ने रविवार को कहा कि प्रियंका गांधी वाद्रा का लॉलीपॉप उत्तर प्रदेश में काम नहीं करेगा क्योंकि राज्य के लोग सब कुछ जानते हैं। वाद्रा ने रविवार को गोरखपुर में अपनी प्रतिज्ञा रैली में कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया जाएगा और मछली पालन तथा बालू खनन में निषादों को उनका अधिकार वापस दिया जाएगा।
केरल से माकपा के ए एम आरिफ ने मुल्लापेरियार बांध का विषय उठाया तो तमिलनाडु के कुछ सदस्य उनकी बात का विरोध करते हुए देखे गये। तृणमूल कांग्रेस की शताब्दी राय ने कहा कि देशभर में दूरदर्शन के अनेक केंद्र बंद होते जा रहे हैं, जो चिंता की बात है। उन्होंने सरकार से इस बारे में भी विचार करने को कहा कि दूरदर्शन नुकसान में क्यों है जबकि अन्य निजी चैनल लाभ कमा रहे हैं।