लक्ष्य सेन ने खत्म किया 7 साल का सूखा, वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप में जीता ब्रॉन्ज मेडल
By विनीत कुमार | Published: November 18, 2018 12:16 PM2018-11-18T12:16:00+5:302018-11-18T12:16:00+5:30
वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप में 2011 के बाद भारत की झोली में यह पहला मेडल है। इससे पहले समीर वर्मा ने सात साल पहले ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
नई दिल्ली: भारत के लक्ष्य सेन ने रविवार को बैडमिंटन वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप में अपना पहला मेडल जीता। लक्ष्य को टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में शीर्ष वरीय थाईलैंड के कुंलावुट विटिडसर्न से तीन गेम तक चले मैच में मिली हार के बाद ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
थाई खिलाड़ी ने एक घंटे और 11 मिनट चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 19 साल के लक्ष्य को 20-22, 21-16, 21-13 से हराया। सात साल बाद इस टूर्नामेंट में किसी भारतीय खिलाड़ी ने मेडल जीता है।
इस हार के साथ लक्ष्य और विटिडर्सन के बीच हार-जीत का आंकड़ा भी बराबरी पर आ गया। दरअसल, लक्ष्य ने इससे पहले 17 साल के थाई खिलाड़ी को जुलाई में एशिया जूनियर चैम्पियनशिप के फाइनल में मात दी थी। हालांकि, इस बार वे इस क्रम को जारी नहीं रख सके।
बहरहाल, लक्ष्य इस पूरी टूर्नामेंट में शानदार लय में नजर आये थे और सेमीफाइनल से पहले तक केवल एक गेम चीनी ताइपे के चेंग चेन के खिलाफ गंवाया था।
वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप में 2011 के बाद भारत की झोली में यह पहला मेडल है। इससे पहले समीर वर्मा ने सात साल पहले ब्रॉन्ज मेडल जीता था। बी. साई प्रणीत और एच एस प्रणॉय ने भी 2010 में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था जबकि साइना नेहवाल ने इसी टूर्नामेंट में 2008 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
थाई खिलाड़ी और मौजूदा चैम्पियन विटिडसर्न अब फाइनल में जापान के कोडाइ नाराओका से भिड़ेंगे। जापानी खिलाड़ी ने चीन के ली शीफेंग को 21-11, 19-21, 21-17 से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह पक्की की है।