#Metoo: स्टार खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने ट्विटर पर शेयर की अपनी कहानी, बैडमिंटन 'चीफ' पर साधा निशाना
By विनीत कुमार | Published: October 10, 2018 01:32 PM2018-10-10T13:32:22+5:302018-10-10T13:32:22+5:30
ज्वाला डबल्स में भारत की सबसे सफल महिला खिलाड़ियों में से एक रही हैं। उन्होंने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और फिर 2014 में सिल्वर मेडल जीता।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर: बॉलीवुड सहित दूसरे क्षेत्रों में शुरू हुए सोशल मीडिया कैंपेन #Metoo की आंच अब खेल जगत की ओर पहुंच गई है। स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी रहीं ज्वाला गुट्टा ने इसकी शुरुआत की है। हालांकि, उन्होंने जिस बात का जिक्र किया है उसमें मानसिक उत्पीड़न की बात कही गई है।
कॉमनवेल्थ गेम्स में दो बार मेडल जीत चुकीं ज्वाला गुट्टा ने बिना किसी का नाम लिये लिखा है उस शख्स के चलते वे मानसिक तौर पर काफी प्रताड़ित हुईं और उनके जल्द खेल छोड़ने का ये भी एक अहम कारण रहा।
Maybe I should talk about the mental harassment I had to go through... #metoo
— Gutta Jwala (@Guttajwala) October 9, 2018
इस ट्वीट के बाद ज्वाला गुट्टा ने एक और ट्वीट किया और लिखा, '2006 के बाद से जब से यह व्यक्ति चीफ बना है उसने मुझे नेशनल टीम से बाहर फेंक दिया जबकि तब मैं नेशनल चैम्पियन थी। रियो से लौटने के बाद से मैं नेशनल टीम से बाहर हूं और मेरे जल्द खेल छोड़ने का यह भी एक अहम कारण है।'
Since 2006.since this person became the chief ..threw me out of national team inspite of me being a national champion.the latest was when I returned from https://t.co/Ag37TlXFd3 out of national team https://t.co/OVhyvFNAN9 of the reasons I stopped playing!!
— Gutta Jwala (@Guttajwala) October 9, 2018
ज्वाला यहीं नहीं रूकी और आगे लिखा, 'यह आदमी जब मुझसे नहीं निपट सका तो इसके मेरे माता-पिता के प्रताड़ित करना शुरू किया और मुझे सबसे अगल करने की धमकी दी। रियो के बाद भी जिसके साथ मैं मिक्सिड खेलने वाली थी उसे भी धमकाया गया और मुजे टीम से बाहर फेंक दिया गया।'
So when this person couldn’t get through to me...he threatened my partners harassed them...made sure to isolate me in every manner...even after Rio...the one who I was gonna play mixed with was threatened..and I was just thrown out of the team..
— Gutta Jwala (@Guttajwala) October 9, 2018
इन सभी ट्वीट् में 35 साल की ज्वाला ने किसी का नाम नहीं लिया है। हालांकि, आशंक जताई जा रही है कि ज्वाला का इशारा मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद की ओर हो सकता है। पहले भी अपने खेल के करियर के दौरान ज्वाला गुट्टा ने आरोप लगाया था कि केवल सिंगल्स खेलने वाले खिलाड़ियों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा और डबल्स वालों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
गौरतलब है कि ज्वाला डबल्स में भारत की सबसे सफल महिला खिलाड़ियों में से एक रही हैं। उन्होंने 2011 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज सहित 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता।