वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप: पीवी सिंधु का फिर टूटा सपना, फाइनल में कैरोलिना मारिन ने हराया
By विनीत कुमार | Published: August 5, 2018 02:48 PM2018-08-05T14:48:50+5:302018-08-05T14:59:23+5:30
सिंधु पिछले साल भी फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थीं और तब भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
नानजिंग, 5 अगस्त: भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में हारा का सामना करना पड़ा है। सिंधु लगातार दूसरी बार इस चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंची थी लेकिन इस बार उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा। मारिन ने सिंधु को सीधे गेमों में 21-19, 21-10 से हराया। यह मैच 46 मिनट चला। सिंधु ने पहला गेम 25 मिनट में जबकि दूसरा 21 मिनट में गंवाया।
इस हार के साथ ही वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे नंबर पर काबिज सिंधु का एक बार फिर वर्ल्ड चैम्पियनशिप जीतने का सपना टूट गया। वहीं, वर्ल्ड रैकिंग में 8वें नंबर की खिलाड़ी और पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 कैरेलिना मारिन ने तीसरी बार ये खिताब अपने नाम किया है।
सिंधु ने क्वॉर्टर फाइनल में जापानी की नोजोमी ओकुहारा और फिर सेमीफाइनल में जापान की ही अकाने यामागुची को हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था। सिंधु पिछले साल भी फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थीं लेकिन तब उन्हें खिताबी मुकाबले में ओकुहारा से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 2013 और 2014 में वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में सिंधु ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही थीं।
दबाव में चूकीं सिंधु!
सिंधु ने पहले गेम में जोरदार टक्कर मारिन को दी। शुरुआती अंक जरूर मारिन ने झटके लेकिन सिंधु ने वापसी करते हुए पहले 4-3 और फिर 6-4 की बढ़त बनाई। इसके बाद सिंधु ने लगातार अपनी बढ़त बनाये रखी। रियो ओलंपित की सिल्वर गर्ल सिंधु ने पहले गेम के ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाकर अच्छी लय में नजर आ रही थीं।
ब्रेक के बाद भी यही सिलसिला रहा। सिंधु 14-11 से आगे थीं लेकिन तभी मारिन ने दमदार वापसी की और स्कोर आखिरकार 15-15 से बराबर हो गया। इसके बाद 18-18 से भी स्कोर बराबर रहा। इसके बाद ऐसा मौका भी आया जब मारिन 19-18 से आगे हो गईं। इसके बाद मारिन ने 21-19 से जीत हासिल कर पहला गेम 25 मिनट में अपने नाम कर लिया।
पहले गेम की हार का दबाव दूसरे गेम में सिंधु के खेल पर साफतौर पर दिखा। मारिन ने इसका पूरा फायदा उठाया और 5-0 की बढ़त बना ली। यहां सिंधु ने पहला अंक हासिल किया लेकिन तब तक मारिन बहुत तेजी से आगे बढ़ चली थीं। मारिन ने 8-2 और फिर ब्रेक तक 11-2 की बढ़त के साथ दूसरे गेम में पूरी तरह से अपनी पकड़ कायम कर ली। ब्रेक के बाद सिंधु ने कुछ कोशिशें जरूर की लेकिन मारिन आसानी से 21-10 से इस गेम को 21 मिनट में जीतते हुए खिताब भी अपने नाम कर लिया।
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