जकार्ता, 27 अगस्त। इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में खेले जा रहे 18वें एशियन गेम्स में भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने सेमीफाइनल में शानदार जीत कर फाइनल में जगह बना ली। सिंधु ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए महिला एकल मुकाबले के फाइनल में जगह बनाई। यह पहली बार है, जब कोई भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एकल मुकाबले के फाइनल में पहुंचा हो।
एक घंटे और पांच मिनट तक चले मुकाबले में वर्ल्ड नंबर 3 खिलाड़ी पीवी सिंधु ने वर्ल्ड 2 जापान की अकाने यामागुची के खिलाफ 21-17, 15-21, 21-10 से जीत दर्ज की। अब फाइनल मुकाबले में सिंधु का सामना चीनी ताइपे की ताइ जुइंग से होगा।
पहले ही गेम से ही दोनों के बीच बराबरी की टक्कर देखी गई। सिंधु ने इसका फायदा उठाते हुए उनके खिलाफ स्कोर 8-8 से बराबर किया और इसके बाद 13-9 से बढ़त ले ली। सिंधु ने बढ़त बनाए रखी और पहला गेम 22 मिनटों के भीतर 21-17 से अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में जापानी खिलाड़ी ने सिंधु पर शुरुआत से ही दवाब बनाना शुरू किया। बीच-बीच में सिंधु ने बढ़त हासिल करने की कोशिश की, और 10-6 की बढ़त हासिल कर ली। यहां जापान की खिलाड़ी ने वापसी की और सिंधु पर दबाव बनाते हुए 12-10 की बढ़त हासिल कर ली और 22 मिनट में सिंधु को 21-15 से हराकर दूसरे गेम जीतकर 1-1 से बराबरी कर ली।
दूसरे सेट गंवाने के बाद सिंधु ने तीसरे गेम की शुरुआत से ही यामागुची पर अपना दबाव बनाने की कोशिश करते हुए 9-4 की बढ़त बनाई। इसके बाद जापानी खिलाड़ी ने काफी कोशिश की, लेकिन सिंधु ने कोई मौका नहीं दिया और तीसरा गेम 21-10 से अपने नाम कर लिया। इस हार के कारण यामागुची को कांस्य से संतोष करना पड़ा है। यह एशियाई खेलों में उनका पहला पदक है।
इससे पहले पीवी सिंधु ने एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में जीत हासिल कर महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की खिलाड़ी नितचाओन जिंदापोल को 61 मिनट तक चले मुकाबले में नितचाओन को 21-11, 16-21, 21-14 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। क्वार्टर फाइनल में नितचाओन पर दबाव बनाते देखा जा रहा था और ऐसे में उन्होंने 17 मिनट के भीतर इस गेम को 21-11 से जीत लिया।
दूसरे गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच बराबरी का मुकाबला देखा गया। सिंधु ने शुरुआत में 7-5 की बढ़त बनाई थी, लेकिन नितचाओन ने अच्छी वापसी करते हुए स्कोर 13-13 से बराबर कर लिया। थाईलैंड की खिलाड़ी ने अच्छी वापसी की और 22 मिनट में दूसरा गेम 21-16 से अपने नाम कर लिया। नितचाओन ने तीसरे गेम की शुरुआत में सिंधु पर 6-4 की बढ़त लेकर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन सिंधु ने भी अच्छी वापसी कर पहले स्कोर 7-7 से बराबर किया और उसके बाद 11-7 से बढ़त ले ली। सिंधु ने नितचाओन पर दबाव बनाते हुए तीसरे गेम को 21-14 से अपने नाम करने के साथ ही सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
वहीं भारत की अन्य शटलर साइना नेहवाल को महिला एकल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। सेमीफाइनल में साइना को चाइनीज ताइपे की ताइ जुइंग के खिलाफ सीधे सेटों में 21-17, 21-14 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही साइना नेहवाल को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। वर्ल्ड नंबर 10 साइना पहले गेम की शुरुआत में ताइ जुइंग के आक्रामक खेल के आगे कमजोर नजर आ रहीं थी और इस कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा।