जकार्ता, 24 अगस्त: भारत की एन सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा ने इंडोनेशिया में जारी 18वें एशियन गेम्स के क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच कर इतिहास रच दिया है। 1986 के बाद ये पहली बार है जब कोई भारतीय महिला जोड़ी क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही हैं। इससे पहले 1986 में हरफीस नरिमन और मलिका बरुआ एशियन गेम्स में यहां तक पहुंचने में सफल रहे थे। सिक्की रेड्डी और पोनप्पा ने चो एमके ली को 21-17, 21-16, 21-19 से हराकर अंतिम-8 में जगह बनाई। एन सिक्की और पोनप्पा कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
बता दें कि एशियन गेम्स-2018 में बैडमिंटन की टीम स्पर्धा में भारतीय टीम को निराशा मिली है। पुरुष और महिला दोनों टीम स्पर्धाओं में भारत की झोली में कोई मेडल नहीं आ सका।
दूसरी ओर, मेंस सिंगल्स में भी भारत के किदांबी श्रीकांत राउंड ऑफ-32 में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गये हैं। श्रीकांत को हांगकांग के खिलाड़ी ने 40 मिनट में 23-21, 21-19 से मात दी। दोनों के बीच यह आठवां मुकाबला था जिसमें विंग युंग की ये तीसरी जीत रही। श्रीकांत को 2014 में इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में क्वॉर्टर फाइनल से बाहर होना पड़ा था। वहीं, रियो में 2016 में हुए ओलंपिक खेलों में भी उन्हें क्वॉर्टर फाइनल में ही हार का मुंह देखना पड़ा था।
वैसे, विमेंस सिंगल्स में भारत की उम्मीदें अभी बाकी हैं। भारत की दोनों स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ने गुरुवार को अपने-अपने मैच जीतकर प्री-क्वॉर्टर फाइनल में जगह पक्की कर ली।