अपटिसः एक अनोखा टायर; जिसमें न डलेगी हवा, न होगा पंक्चर!
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 9, 2019 05:45 AM2019-06-09T05:45:15+5:302019-06-09T05:45:15+5:30
मिशेलिन और जनरल मोटर्स ने नई जनरेशन का एक टायर पेश किया है जिसमें हवा नहीं डलती, यहां तक कि यह टायर पंक्चर भी नहीं होता. इस टायर को 'अपटिस' नाम दिया गया है
नई दिल्ली। 8 जून। एजेंसियां मिशेलिन और जनरल मोटर्स ने नई जनरेशन का एक टायर पेश किया है जिसमें हवा नहीं डलती, यहां तक कि यह टायर पंक्चर भी नहीं होता. इस टायर को 'अपटिस' नाम दिया गया है और यह लगातार और बिना किसी बाधा की यात्रा के लिए बेहतरीन विकल्प है और जल्द ही इन्हें सामान्य वाहनों में पेश किया जाएगा. इस टायर को जॉइंट रिसर्च एग्रीमेंट के तहत बनाया गया है जिसके प्रोटोटाइप को मूविनऑन समिट में पेश किया गया है.
कंपनी का लक्ष्य है कि वाहनों के लिए इन टायर्स को 2024 तक दुनियाभर में उपलब्ध कराया जाए. मिशेलिन और जीएम इस अपटिस टायर के प्रोटोटाइप को टेस्ट कर रही है और यह टेस्टिंग शेवरोले बोल्ट ईवी और इस साल के अंत तक दोनों कंपनियां बोल्ट ईवी के साथ सड़कों पर इस टायर की टेस्टिंग शुरू करेंगी. पंक्चर ना होने वाले एयरलेस टायर पर मिशेलिन पिछले 5 साल से काम कर रही है और कंपनी ने पहली बार इस टायर को 2014 में शोकेस किया था और इसे कमर्शियल इस्तेमाल के लायक बनाने के लिए कंपनी ने 50 मिलियन डॉलर का निवेश किया था.
इस टायर के प्रोटोटाइप की इंजीनियरिंग आज के जमाने की है और वाहनों के बदलते रूप के हिसाब से अपटिस बिल्कुल उपयुक्त है. चाहे वाहन ऑटोनोमस हो या इलेक्ट्रिक, सर्विस देने वाला हो या सवारी वाहन हो, इस टायर का मेंटेनेंस जीरो है और इन सभी वाहनों को बिना रुके चलाते रहने के लिए ही यह टायर बनाया गया है. अपटिस का प्रारूप अलग है और इसे दूसरे प्रकार के मटेरियल को मिलाकर बनाया गया है जिससे यह कार का भार उठाने के साथ उसी समय सड़क पर बेहतर पकड़ बनाए रखता है.
पूरी दुनिया में 200 मिलियम टायर्स हर साल समय से पहले खराब हो जाते हैं जिसकी वजह पंक्चर होना, रोड हैजार्ड्स से होने वाला नुकसान और अपर्याप्त हवा है जो टायर को खराब करते हैं. यह टायर दोनों कंपनियों के किए वादे के मुताबिक वाकई ग्राहकों को ज्यादा टिकाऊ और सुरक्षित हैं. इस टायर्स की कीमत निश्चित ही अधिक होगी लेकिन हमें ये देखना है कि उत्पादन तक पहुंचते इस टायर की कीमत कितनी होने वाली है.