ऐसा हुआ तो भारत में सस्ती हो जाएंगी टोयोटा कार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 30, 2019 07:13 PM2019-01-30T19:13:13+5:302019-01-30T19:13:13+5:30
टोयोटा की इनोवा और फॉर्चूनर भारत में पहले से काफी पसंद की जाने वाली कार हैं...
मशहूर कार निर्माता कंपनी टोयोटा भारत में अब अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति बना रही है। ऐसा नहीं है कि टोयोटा की कारें भारत बिकती नही हैं बल्कि टोयोटा टॉप थ्री में अपनी जगह बनाने को बेताब है। इसके लिए वह कारों की कीमत कम करने पर विचार कर रही है।
इकनॉमिक टाइम्स अखबार के मुताबिक से टोयोटा किलोस्कर मोटर के नए एमडी मसाकाजू योशिमुरा की ने बताया कि टोयोटा भारत में इलेक्ट्रिक कारें लाने का विचार भी कर रही है लेकिन सेल्फ-चार्जिंग व्हीकल या हाइब्रिड व्हीकल प्रदूषण कम करने के लिए यहां कारगर समाधान हो सकते हैं।
योशिमुरा ने कहा कि भारत का बाजार और कॉम्पिटिशन बहुत ज्यादा है। अलग-अलग राज्यों के टैक्स व नियम इसे कठिन बनाते हैं। प्रदेश, शहर और गांवों की जरूरत अलग-अलग हैं और हमें अपने ग्राहकों की जरूरतों को सावधानी से देखना और समझना होगा।
उन्होंने कहा कि हम अपने प्रतिस्पर्धियों का बारीकी से आकलन करते हैं और कोशिश करते हैं कि उनसे कैसे निपटा जाए। टोयोटा का कहना है कि उनकी प्राथमिकता भारतीय ग्राहकों की जरूरतों पर फोकस करना है। सुजुकी मोटर के साथ टोयोटा की पार्टनरशिप पर मसाकाजू योशिमुरा का कहना है मुझे उम्मीद है कि हमारी पार्टनरशिप हमें भारतीय मार्केट में पकड़ बनाने में सहायक होगी।
उनका कहना है कि इससे हम उन लोगों को अपनी कारें बेच पाएंगे, जिन्होंने पहले कभी टोयोटा का अनुभव नहीं लिया होगा। योशिमुरा का कहना है कि छोटी कारों के लिए सुजुकी का कॉस्ट स्ट्रक्चर शानदार है।
टोयोटा की नजर भारत के 70 पर्सेंट मार्केट पर है जहां कारों की कीमत 10 लाख रुपये से कम है। अभी टोयोटा की जो कारें भारत में हैं उनकी कीमत 10लाख से काफी ज्यादा है ऐसे में उनका ध्यान लागत को कम करने पर है।
इलेक्ट्रिक कार
इलेक्ट्रिक कार को लेकर टोयोटा की ईवी आने वाली है। हालांकि, यह भारत में नहीं बनी है। अगर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होता है, तो इसका उत्पादन भारत में भी होगा। टोयोटा सुजुकी के साथ मिलकर एक छोटी इलेक्ट्रिक कार की योजना भी बना रही है।
योशिमुरा का कहना है कि भारत भविष्य में हमारे लिए दुनिया का टॉप तीन मार्केट बना सकता है। दूसरे देशों में भी मार्केट बढ़ रहा है, लेकिन लॉयलिटी के मामले में भारत में हमारे पास बहुत ज्यादा लॉयल कस्टमर्स हैं।