कैब सर्विस कंपनी ओला ने ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले 100 में शुरू की सर्विस, ड्राइवर और सवारी दोनों को इन नियमों का करना होगा पालन
By रजनीश | Published: May 4, 2020 06:46 PM2020-05-04T18:46:30+5:302020-05-04T18:46:30+5:30
लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों से कोरोना वायरस से गैर संक्रमित लोगों की आवाजाही के लिए शुरू की गई ‘ओला इमरजेंसी’ सेवा 15 शहरों में चलती रहेगी।
मोबाइल एप बेस्ड कैब सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी ओला ने लॉकडाउन के बढ़ने के बढ़ने के बाद ऑरेंज और ग्रीन जोन में दोबारा से अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। हालांकि यात्रियों और ड्राइवरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कंपनियों ने कुछ नियम बनाए हैं। ड्राइवर औऱ यात्री दोनों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बंद की अवधि 17 मई तक बढ़ा दी। हालांकि रंगों के आधार पर क्षेत्रों का वर्गीकरण कर इसमें कुछ छूट दी गई हैं। कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों को रेड जोन, आंशिक प्रभावित क्षेत्रों को ऑरेंज जोन और इसके प्रभाव से बचे हुए इलाके को ग्रीन जोन में रखा गया है।
सरकार ने ऑरेंज और ग्रीन जोन में सशर्त कुछ रियायतें दी हैं। इसमें सीमित यात्रियों के साथ कैब चलाने की अनुमति भी शामिल है। ओला ने 24 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा के बाद अपना परिचालन बंद कर दिया था। ओला ने एक बयान में कहा कि उसने सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक 100 से अधिक शहरों अपनी सेवाएं फिर शुरू कर दी हैं।
इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों से कोरोना वायरस से गैर संक्रमित लोगों की आवाजाही के लिए शुरू की गई ‘ओला इमरजेंसी’ सेवा 15 शहरों में चलती रहेगी। कंपनी ने यात्रा रद्द करने की एक लचीली व्यवस्था भी शुरू की है।
इसके तहत यदि ग्राहक या ड्राइवर किसी को भी लगता है कि वह मास्क पहनने जैसे अनिवार्य नियम का पालन नहीं कर रहा है तो दोनों में कोई भी अपनी सुविधा के मुताबिक ट्रिप को कैंसिल कर सकता है। कैब में यात्रा के दौरान एक बार में केवल दो यात्री सफर कर सकेंगे। कार के एसी बंद रहेंगे और खिड़कियां खुली रहेंगी ताकि हवा के पुनर्चक्रण को रोका जा सके।