मारुति सुजुकी को उम्मीद: सरकार मदद करे या न करे, त्योहारी सीजन में ऑटोमोबाइल सेक्टर पकड़ेगा स्पीड

By भाषा | Published: August 23, 2019 03:31 PM2019-08-23T15:31:31+5:302019-08-23T15:31:31+5:30

देश में ऑटो इंडस्ट्री बीते 19 सालों में सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। लाखों लोगों की नौकरिया चली गई हैं। वाहन उद्योग लंबे समय से मंदी की चपेट मे हैं। कई कंपनियों ने वाहन निर्माण का काम सिर्फ एक शिफ्ट में सीमित कर दिया है।

Maruti Suzuki pins hopes on festive season for demand revival | मारुति सुजुकी को उम्मीद: सरकार मदद करे या न करे, त्योहारी सीजन में ऑटोमोबाइल सेक्टर पकड़ेगा स्पीड

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsमारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि मानसून और चुनाव से देश में वाहनों की बिक्री में कमी आयी। उन्होंने कहा अब ये दोनों कारण नहीं रहे। चुनाव संपन्न हो चुके हैं जबकि मानसून की अच्छी बारिश लगभग पूरे देश में हुई। 

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन से यात्री वाहनों की मांग बढ़ेगी और मंदी से गुजर रहा देश का आटोमाबाइल उद्योग एक फिर गति पकड़ेगा, भले ही सरकार इसकी मदद को आगे आए या नहीं आए। 

मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने एक इंटरव्यू में यह उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि मानसून को लेकर चिंता व चुनाव देश में वाहनों की बिक्री में कमी के प्रमुख कारण थे लेकिन अब ये दोनों कारण नहीं रहे। चुनाव संपन्न हो चुके हैं जबकि मानसून की अच्छी बारिश लगभग पूरे देश में हुई। 

मारुति सुजुकी को ग्रामीण बाजार से उम्मीद-
अब नये मॉडलों के बाजार में आने तथा कंपनियों द्वारा उन पर आकर्षक पेशकश लाए जाने के बीच विशेषकर ग्रामीण बाजारों से मांग आएगी और वाहन उद्योग एक बार फिर गति पकड़ लेगा। श्रीवास्तव ने कहा कि देश के वाहन के उद्योग के लिए त्योहारी सीजन बहुत महत्वपूर्ण है और उसे इसका इंतजार है। 

देश में त्योहारी सीजन आमतौर पर नवरात्रों से शुरू होकर दीवाली और उसके बाद तक चलता है जब लोग विभिन्न मुहूर्त के चलते नये वाहन व अन्य संपत्तियां खरीदते हैं। उन्होंने कहा, सरकार सहायता देगी या नहीं देगी, कब देगी, कितनी सहायता देगी, सहायता अब देगी या बाद में.. हम सरकार द्वारा इस उद्योग को कुछ और राहत दिए जाने के बारे में अटकलबाजी नहीं करना चाहते। हम तो बस अपने रुख को और अधिक रचनात्मक रखना चाहते हैं। 

वाहन उद्योग ने जीएसटी दर 18 प्रतिशत करने को कहा-
वाहन उद्योग सरकार से प्रोत्साहन पैकेज के रूप में वाहनों पर जीएसटी की दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने को कह रहा है। शशांक ने कहा कि सरकारी फैसलों व पहलों की प्रतीक्षा करने के बजाय कंपनी इस बात पर ध्यान दे रही है कि वह नए मॉडल लाकर और उपभोक्ताओं को आकर्षक पेशकश देकर मांग बढ़ाने के लिए अपने स्तर पर क्या कर सकती है। 

उन्होंने कहा कि कंपनी ने नयी कार एक्सएल6 पेश की और वह आगे भी नये मॉडल लाएगी। उन्होंने कहा, 'कुछ और मॉडल बाद में आएंगे।' इसके साथ ही शशांक ने कहा कि कंपनी खुदरा बिक्री पर ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि मारुति अगस्त महीने में अपने वाहनों पर अपेक्षाकृत अधिक छूट की पेशकश करेगी हालांकि उन्होंने इसका ब्यौरा नहीं दिया। 

पिछले 19 सालों में वाहनों की बिक्री में सबसे तेज गिरावट-
उल्लेखनीय है कि देश में वाहनों की बिक्री में बीते जुलाई महीने में लगभग 19 वर्षों में सबसे तेज गिरावट देखी गई। जुलाई में देश में वाहनों की बिक्री 18.71 प्रतिशत घटी। वाहन उद्योग लंबे समय से मंदी की चपेट में है और एक अनुमान के अनुसार, दो-तीन महीने में लगभग 15,000 श्रमिक बेरोजगार हुए हैं। जुलाई में यात्री वाहनों की बिक्री 30.98 प्रतिशत घटकर 2,00,790 वाहन रह गयी जो जुलाई 2018 में 2,90,931 वाहन थी। यात्री वाहनों की बिक्री में लगातार नौवें महीने गिरावट आई है।

Web Title: Maruti Suzuki pins hopes on festive season for demand revival

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