मारुति सुजुकी ने 6 मॉडलों के दाम बढ़ाए, ऑल्टो और वैगनआर हुई महंगी, जानें अब कितने में मिलेगी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 28, 2020 10:16 AM2020-01-28T10:16:42+5:302020-01-28T10:16:42+5:30
Maruti Suzuki increases price: मारुति सुजुकी ने कीमतें इनपुट कॉस्ट में आ रही बढ़ोतरी के चलते बढ़ाई है.
इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी के चलते मारुति सुजुकी इंडिया ने चुनिंदा मॉडल की कीमतों में तत्काल प्रभाव से बढ़ोतरी की घोषणा की है। कंपनी ने अपने छह मॉडलों में 4.7 फीसदी तक बढ़ोत्तरी की है। नई कीमतें 27 जनवरी 2020 से प्रभावी है। कंपनी ने ऑल्टो, वैगनआर, एर्टिगा, बलेनो, एस-प्रेसो और एक्सएल 6 के दाम बढ़ाए हैं। पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि वह इनपुट लागत में बढ़ोत्तरी के चलते जनवरी में कीमतों में इजाफा करेगी।
ऑल्टो मॉडल के दाम में 6,000 से 9,000 रुपये, एस प्रेसो के दाम में 1,500 से 8,000 रुपये, वैगनआर में 1,500 से 4,000 रुपये तक की वृद्धि हुई है। कंपनी ने बहु-उद्देश्यीय वाहन अर्टिगा के दाम में भी 4,000 से 10,000 रुपये, बलेनो की कीमत 3,000 से 8,000 रुपये और एक्सएल6 के दाम में 5,000 रुपये तक की वृद्धि की है। बढ़ी हुई ये सभी कीमतें दिल्ली (एक्स शोरूम) की हैं। फिलहाल, कंपनी शुरुआती स्तर की ऑल्टो कार से लेकर प्रीमियम बहुउद्देशीय वाहन एक्सएल6 तक विभिन्न श्रेणियों के वाहनों की बिक्री करती है। जहां अल्टो की शुरूआती कीमत 2.89 लाख रुपये है वहीं एक्सएल6 का दाम 11.47 लाख रुपये (एक्स शोरूम दिल्ली) है।
मारुति ने ऑल्टो का बीएस-6 सीएनजी संस्करण बाजार में उतारा
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी लोकप्रिय कार ऑल्टो का बीएस-6 मानकों वाला सीएनजी संस्करण पेश किया है। दिल्ली शोरूम में इसकी कीमत 4.32 लाख रुपये से शुरू होगी। मारुति ने एक बयान में दावा किया कि ऑल्टो एस-सीएनजी एक किलोग्राम गैस में 31.59 किलोमीटर का माइलेज देगी। कंपनी के कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ ऑल्टो बीएस-6 एस-सीएनजी को बाजार में उतारने के साथ ही हमने अधिक पर्यावरण हितैषी परिवहन साधन देने के प्रति हमारी कोशिश को प्रदर्शित किया है।’’
मारुति ने कहा कि ऑल्टो एस-सीएनजी को बाजार में उतारना हमारी सरकार के तेल आयात को कम कर ऊर्जा क्षेत्र में प्राकृतिक गैस को बढ़ावा देने की नीति के अनुरूप है। सरकार ने 2030 तक ईंधन क्षेत्र में प्राकृतिक गैस की मौजूदा हिस्सेदारी को 6.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। मारुति पहले ही देश में बीएस- छह मानक वाली एक लाख से अधिक आल्टो कारें बेच चुकी है।