फिएट इंजन को गुडबाय बोल मारुति ने 1.5 लीटर डीजल इंजन के साथ उतारी एर्टिगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 30, 2019 07:05 PM2019-04-30T19:05:00+5:302019-04-30T19:05:00+5:30
मारुति सुजुकी ने पिछले साल 4.63 लाख डीजल कारों की बिक्री की थी। कंपनी के विटारा ब्रेजा और एस-क्रॉस जैसे मॉडल अभी सिर्फ डीजल इंजन के साथ आते हैं। वहीं स्विफ्ट, बलेनो, डिजायर, सिआज और एर्टिगा जैसी कारें डीजल के साथ पेट्रोल इंजन संस्करण में भी आती हैं।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने एर्टिगा को खुद से विकसित 1.5 लीटर डीजल इंजन के साथ उतारा है। इस वाहन की दिल्ली शोरूम में कीमत 9.86 लाख से 11.20 लाख रुपये है। अभी तक एर्टिगा में फिएट का 1.3 लीटर का डीजल पावरट्रेन इंजन इस्तेमाल होता है। इस 1.5 लीटर डीजल इंजन के वाहन के तीन ट्रिम्स की कीमत क्रमश: 9.86 लाख रुपये, 10.69 लाख रुपये और 11.20 लाख रुपये है।
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक आर एस कल्सी ने बयान में कहा कि उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर अगली पीढ़ी की एर्टिगा नए 1.5 लीटर डीजल इंजन के साथ पेश की गई है। उन्होंने कहा कि कंपनी को भरोसा है कि नए इंजन विकल्प की एर्टिगा से शहरी एमपीवी सेगमेंट में इस मॉडल की लोकप्रियता और बढ़ेगी।
मारूति बंद करेगी डीजल कार
मारुति सुजुकी इंडिया ने अगले साल एक अप्रैल से डीजल कारों की बिक्री बंद करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। कंपनी ने भारत स्टेज VI (बीएस-VI) छह उत्सर्जन मानक अगले साल से लागू किये जाने के मद्देनजर यह कदम उठाया है।कंपनी की कुल घरेलू बिक्री में डीजल वाहनों की हिस्सेदारी करीब 23 प्रतिशत है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 4.63 लाख डीजल कारों की बिक्री की थी। कंपनी के विटारा ब्रेजा और एस-क्रॉस जैसे मॉडल अभी सिर्फ डीजल इंजन के साथ आते हैं। वहीं स्विफ्ट, बलेनो, डिजायर, सिआज और एर्टिगा जैसी कारें डीजल के साथ पेट्रोल इंजन संस्करण में भी आती हैं।
कंपनी ने अगले साल से हल्के वाणिज्यिक वाहन सुपर कैरी के डीजल संस्करण की भी बिक्री बंद करने का फैसला किया है। ये सभी गाड़ियां अब केवल पेट्रोल और सीएनजी मॉडल में ही उपलब्ध होंगे। डीजल वाहनों के बारे में पूछे जाने पर कंपनी के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, ''एक अप्रैल 2020 से हम डीजल कारें नहीं बेचेंगे।''
हालांकि, उन्होंने कहा कि यदि बीएस-VI मानक के डीजल कार की मांग आती है तो कंपनी इस दिशा में आगे बढ़ सकती है और इसके अनुकूल डीजल मॉडल विकसित कर सकती है। बीएस-VI डीजल कारों के प्रति उपभोक्ताओं का रुख देखने के बाद यदि हमें लगा कि इन कारों का बाजार है तो हम कुछ ही समय में इस तरह का कार तैयार कर लेंगे।’’
भाषा इनपुट के साथ