5 साल के भीतर पूरी तरह से डीजल मुक्त होंगे ये पांच जिले, बायो डीजल से चलती हैं 50 बसें
By रजनीश | Published: June 15, 2019 06:36 PM2019-06-15T18:36:10+5:302019-06-15T18:36:10+5:30
नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र की मंशा किसी भी उद्योग को बंद करने की नहीं है बल्कि उनमें प्राइवेट सेक्टर को शामिल करने का प्लान है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के 6 जिलों को डीजल फ्री बनाने के लिए पहल किया है। इनमें नागपुर, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर, गढ़चिरौली और वर्धा हैं।
नितिन गड़करी ने कहा कि उनका यह फैसला 5 साल भीतर पूरी तरह से लागू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इन जिलों में 5 साल में एक भी बूंद डीजल का इस्तेमाल नहीं होगा। उन्होंने कहा यह एक कठिन काम है। इसके लिए मैने 6 फैक्ट्री लगाई है जहां ट्रक और बस के लिए बॉयो-सीएनजी बनेगी।
वर्तमान में 50 बस बॉयो-सीएनजी से चल रही हैं। सीआईआई नेशनल काउंसिल मीटिंग में नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि ऑर्गेनिक खेती भविष्य है।
नितिन गडकरी ने कहा कि फंड के लिए बैंकों के अलावा अन्य दूसरे स्त्रोतों की तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में ट्रांसपोर्ट सेक्टर में 17 लाख करोड़ रुपये इनवेस्ट किए गए।
गडकरी ने कहा कि एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग ) क्षेत्र में देश की प्रगति और विकास के लिए काफी संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर से सहयोग मांगा है। हम उद्योग के सलाह के आधार पर सुधार कर रहे हैं साथ ही उनसे और अधिक सलाह के लिए अनुरोध कर रहे हैं।
सरकार इनवेस्टर फ्रेंडली है और वह रोजगार, उद्योग और एक्सपोर्ट में वृद्धि चाहती है। इस इवेंट के मौके पर गडकरी ने कहा कि केंद्र किसी भी उद्योग को बंद करने की योजना नहीं बना रहा है। लेकिन राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए बदलाव किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपनी सभी योजनाओं में निजी क्षेत्र को शामिल करना चाहते हैं जिससे कि रोजगार और विकास दर में वृद्धि हो।