आ गई बिना ड्राइवर वाली कार, दुर्घटना और प्रदूषण कम करने है जोर, भीतर से दिखती है ऐसी
By रजनीश | Published: February 25, 2020 09:44 AM2020-02-25T09:44:08+5:302020-02-25T14:43:34+5:30
जगुआर लैंड रोवर के सीईओ राल्फ स्पेथ ने बताया, "प्रोजेक्ट वेक्टर से यह पता चलता है कि जगुआर लैंड रोवर हमारे समाज को अधिक सुरक्षित, अधिक स्वस्थ और पर्यावरण को अधिक स्वच्छ बनाने के लिए इनोवेशन में सबसे आगे है।"
टाटा मोटर्स की कंपनी जगुआरलैंड रोवर्स ने हाल ही में फ्यूचरिस्टिक ड्राइवरलेस (चालक रहित) इलेक्ट्रिक कार को पेश किया है। चार मीटर लंबी इस कार को शहरी जरूरतों के ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसमें एक समतल पर सारी बैटरियां और ड्राइवट्रेन उपकरण लगाए गए हैं, जो इसे बहुद्देश्यीय बनाते हैं। कार के अंदर का केबिन भी इस तरह से तैयार किया गया है कि उसे पर्सनल या प्रोफेशनल यूज के हिसाब से बदला जा सकता है।
इस कार को मिडिल ब्रिटेन के वारविक यूनिवर्सिटी में स्थित कंपनी के इनोवेशन सेंटर (रिसर्च सेंटर) में तैयार किया गया है। और इसे यूरोप के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर में पेश किया गया।
कंपनी ने इसे प्रोजेक्ट वेक्टर के तहत तैयार किया है। कंपनी के मुताबिक प्रोजेक्ट वेक्टर हाईटेक, मल्टीपर्पज, ऑटोमैटिक और लचीली कार विकसित करने का प्रॉजेक्ट है।
क्या है प्रोजेक्ट वेक्टर
जगुआरलैंड रोवर के सीईओ राल्फ स्पेथ ने बताया, "प्रोजेक्ट वेक्टर से यह पता चलता है कि जगुआर लैंड रोवर हमारे समाज को अधिक सुरक्षित, अधिक स्वस्थ और पर्यावरण को अधिक स्वच्छ बनाने के लिए इनोवेशन में सबसे आगे है।"
फ्यूचरिस्टिक मोबिलिटी पर जोर
जगुआर लैंड रोवर के सीईओ राल्फ स्पेथ ने कहा कि प्रोजेक्ट वेक्टर ने कहा कि हम इस परियोजना के जरिए फ्यूचरिस्टिक मोबिलिटी पर जोर देंगे। कार कनेक्टेड टेक्नोलॉजी के साथ आएगी।
कंपनी ‘डेस्टिनेशन जीरो’ पर काम कर रही है। कंपनी वाहन उद्योग के एक ऐसे भविष्य को ‘डेस्टिनेशन जीरो’ नाम देती है, जहां दुर्घटनाएं शून्य हों, उत्सर्जन शून्य हो और सड़क पर यातायात का दबाव शून्य हो।