नई कार खरीदते समय कीमत से ज्यादा अब इस बात पर ध्यान देते हैं भारतीय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 5, 2019 09:21 AM2019-11-05T09:21:00+5:302019-11-05T09:21:00+5:30
एक और आंकड़े की बात करें तो 75,000 रुपये महीने से ज्यादा कमाने वाले लोग साल 2019 में कुल कार खरीददारों का 33 परसेंट रहे। जबकि साल 2018 में कुल कार खरीदने वालों में से 75 हजार रुपये से ज्यादा कमाने वाले सिर्फ 18 प्रतिशत ही थे।
अलग-अलग देश और वहां की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से लोगों की जरूरतें भी भिन्न होती हैं। ऐसी ही स्थिति कारों के मामले मे है। जिन देशों में मौसम साफ और कम धूप वाला रहता है वहां सनरूफ वाली कारें या फिर खुली कार पसंद की जाती हैं। वहीं कई देश ऐसे भी जहां कार सिर्फ खरीदी ही इसलिये जाती है कि तपती गर्मी में राहत भरे सफर के लिये एसी का इस्तेमाल किया जा सके, धूल से बचने के लिये कार की विंडो को पूरी तरह से बंद किया जा सके। एक स्टडी के जरिये ये सामने आया है कि भारत में लोग किस तरह की कार पसंद करने के मामले में किस बात को प्राथमिकता देते हैं-
जेडी पावर द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक सेल्स को लेकर संतुष्टि के मामले में ह्युंडई सबसे आगे है इसके बाद महिंद्रा और फिर तीसरे नंबर पर है टोयोटा। जेडी पावर 2019 इंडिया सेल्स सैटिसफैक्शन इंडेक्स के मुताबिक खरीददारों का झुकाव वाहन के स्टाइल और टेक्नॉलजी पर ज्यादा होता है।
जेडीपावर के डायरेक्टर और कंट्री हेड कौस्तुभ रॉय का कहना है कि पहले की तुलना में आज कार खरीदने वाले ग्राहक ज्यादा समझदार हो गए हैं। अब भारतीय खरीददारों का ध्यान कार की कीमत की तुलना में कार के लुक और इंटीरियर-एक्सटीरियर क्वालिटी पर ज्यादा हो गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कीमत के आधार पर वाहन खरीदने वालों की संख्या में कमी आई है। आसानी से उपलब्ध वाहन लोन के चलते अब लोग कीमत पर पहले जितना ध्यान नहीं देते और पहले की तुलना में अब ईएमआई भी जल्दी चुका देते हैं।
एक और आंकड़े की बात करें तो 75,000 रुपये महीने से ज्यादा कमाने वाले लोग साल 2019 में कुल कार खरीददारों का 33 परसेंट रहे। जबकि साल 2018 में कुल कार खरीदने वालों में से 75 हजार रुपये से ज्यादा कमाने वाले सिर्फ 18 प्रतिशत ही थे।