पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने की चर्चा तेज, ब्राजील मिलाता है 25 फीसदी: विशेषज्ञ
By भाषा | Published: February 24, 2020 08:38 PM2020-02-24T20:38:33+5:302020-02-24T20:38:33+5:30
'इथेनॉल और चीनी के बीच मूल्य समतुल्यता के लिए भारत को दीर्घकालिक मूल्य नीति अपनानी चाहिए।' इससे निवेशकों को एक बाजार की दिशा का पता लगेगा और वे एथनाल उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए निवेश करने का निर्णय आसानी से कर सकेंगे।
ब्राजील के इथेनॉल विशेषज्ञ पलिनिओ नास्तरी ने सोमवार को कहा कि पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने का भारत का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है बशर्ते चीनी और इथेनॉल के भाव समतुल्य बने रहें। इसके लिए उन्होंने एक दीर्घकालिक मूल्य निति लागू करने का सुझाव दिया है। मूल्य समतुल्यता का अर्थ है कि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ उत्पाद या सेवा का विक्रय मूल्य भी समान दर से बढ़ना चाहिेए।
उन्होंने कहा इथेनॉल और चीनी के बीच मूल्य समतुल्यता के लिए भारत को दीर्घकालिक मूल्य नीति अपनानी चाहिए। इससे निवेशकों को एक बाजार की दिशा का पता लगेगा और वे एथनाल उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए निवेश करने का निर्णय आसानी से कर सकेंगे।
पिछले साल भारत ने पेट्रोल में पांच प्रतिशत इथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को हासिल किया था, जो 10 प्रतिशत के लक्ष्य के मुकाबले काफी कम है। इस लक्ष्य को हालिस करने की दिशा में सबसे बड़ी बाधा इथेनॉल उत्पादन क्षमता की कमी है। भारत दुनिया का सबसे दूसरा सबसे चीनी उत्पादक है, जबकि ब्राजील शीर्ष स्थान पर है।
ब्राजील इथेनॉल मिलाने के मामले में भारत से बहुत आगे है और वहां पेट्रोल में 25 प्रतिशत इथेनॉल मिलाया जाता है। नास्तरी, जो ब्राजील की राष्ट्रीय ऊर्जा नीति परिषद के सदस्य हैं, ने यहां एक कार्यक्रम में भारत की इथेनॉल नीति पर कहा, “ब्राजील में इथेनॉल की क्षमता तैयार करने में इथेनॉल-चीनी मूल्य समतुल्यता सहित दीर्घावधि की नीतियां सहायक रही हैं। इसी तरह भारत में भी दीर्घावधि की स्थित नीतियां जरूरी हैं।” उन्होंने कहा कि इथेनॉल मिश्रण के लिए सही नियामक व्यवस्था होनी चाहिए।