फ्रांस की कार कंपनी वुहान से अपने कर्मचारियों को निकालेगी बाहर, सामने आया ये बड़ा कारण

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 26, 2020 12:07 PM2020-01-26T12:07:12+5:302020-01-26T12:07:12+5:30

पीएसए ने कहा कि कर्मचारियों को वुहान से निकालने की प्रक्रिया चीन के अधिकारियों और फ्रांस के वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की पूरी मदद से की जाएगी।

French carmaker to evacuate expats from virus-hit Wuhan | फ्रांस की कार कंपनी वुहान से अपने कर्मचारियों को निकालेगी बाहर, सामने आया ये बड़ा कारण

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsकोरोना असल में वायरसों का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है।नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है। इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं।

फ्रांस की कार निर्माण कंपनी पीएसए ने शनिवार को कहा कि वह वुहान से अपने कर्मचारियों को वापस बुलाएगी। फ्रांस में लोगों में ऐसा भय है कि देश में कोरोनावायरस के ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं। फ्रांस में कोरोनावायरस के तीन मामले सामने आ चुके हैं। चीन के अधिकारियों का कहना है कि इस वायरस से 41 लोगों की मौत हो चुकी है और प्रभावित लोगों की संख्या 1,300 है।

पीएसए ने कहा कि कर्मचारियों को वुहान से निकालने की प्रक्रिया चीन के अधिकारियों और फ्रांस के वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की पूरी मदद से की जाएगी। यूरोप में कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों का पहला मामला फ्रांस में शुक्रवार को सामने आया था। इसकी जानकारी फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी थी।

चीन में फैले घातक कोरोना वायरस ने अब तक 25 लोगों की जान ले ली है और करीब 800 से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। कोरोना वायरस की भयावहता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है, हालांकि अभी अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति की घोषणा नहीं की है। 

क्या है कोरोना वायरस
कोरोना असल में वायरसों का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है। इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (एमईआरएस) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (सार्स) से काफी मिलती जुलती है। 

हांगकांग विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वायरोलॉजिस्ट लियो पून, जिन्होंने पहले इस वायरस को डिकोड किया था, उन्हें लगता है कि यह संभवतः एक जानवर में शुरू हुआ और मनुष्यों में फैल गया।

कैसे फैलता है? 
WHO के मुताबिक कोरोना वायरस ( CoV ) एक जूनोटिक है। इसका मतलब है कि यह 2019-nCoV के जरिए जानवरों से मानव में फैला है। माना जा रहा है कि 2019-nCoV सीफूड खाने से फैला था। लेकिन अब कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल रहा है। यह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम का कारण बन सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।

Web Title: French carmaker to evacuate expats from virus-hit Wuhan

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