10 लाख की चीज मिलेगी मात्र 7500 रुपये में, कोरोना से लड़ने के लिए महिंद्रा ने बनाया वेंटीलेटर प्रोटोटाइप, वीडियो देखें कैसे करता है काम
By रजनीश | Published: March 27, 2020 10:02 AM2020-03-27T10:02:35+5:302020-03-27T10:02:35+5:30
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डॉ. पवन के गोयनका ने बताया कि कंपनी बैग वाल्व मास्क (Bag Valve Mask) वेंटिलेटर के एक ऑटोमैटिक वर्जन पर भी काम कर रही है जिसे आमतौर पर एम्बु बैग के रूप में जाना जाता है।
पूरा भारत कोरोना वायरस से जूझ रहा है और ऐसे समय में कई बड़े उद्योगपति, फिल्मी कलाकार सामने आए जिन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए पैसे भी दान किए। इनमें वाहन निर्मता कंपनी महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी शानदार पहल की। कोरोना के चलते प्रॉडक्शन प्लांटों को बंद किया गया है लेकिन कुछ दिन पहले ही उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि उनके इंजीनियर वेंटिलेटर बनाने का काम करेंगे।
वेंटिलेटर बनाने के आनंद महिंद्रा के ट्वीट 48 घंटे के भीतर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया गया है। महिंद्रा के मुंबई स्थित कांदीवली और नासिक स्थित इगतपुरी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में 48 घंटे के भीतर प्रोटोटाइप तैयार किया गया है।
अब तक टीमें क्या हासिल कर पाई हैं, इस बारे में आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है..
So, so proud of our Kandivali & Igatpuri teams who confined themselves to the factories & without sleep produced this in 48hrs. With humility, we will seek guidance from specialists on the usefulness of the device. Whatever the outcome, they have shown India fights back... pic.twitter.com/LrVXm4Acku
— anand mahindra (@anandmahindra) March 26, 2020
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर बताया कि विशेषज्ञ और अधिक रिसर्च के फीडबैक के आधार पर टीमें अब 3 और प्रोटोटाइप पर काम करेंगी। ये नए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की मदद करेंगे। प्रोटोटाइप हल्के और अधिक कॉम्पैक्ट हैं और टीमों का लक्ष्य है कि वो 2 से 3 दिनों के भीतर इस काम को पूरा लेगी।
आनंद महिंद्रा ने एक और महत्वपूर्ण बात बताई की वेंटिलेटर (जीवन रक्षक उपकरण) जिनकी लागत 5-10 लाख रुपये के बीच होती है, एक बार बनाने के बाद ये केवल 7,500 रुपये से कम में मिलेंगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डॉ. पवन के गोयनका ने यह भी खुलासा किया है कि समूह दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों और मौजूदा वेंटिलेटर निर्माता के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उन्हें डिजाइन को आसान बनाने और क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सके और महिंद्रा की इंजीनियरिंग टीम भी उनके साथ इस काम में जुटी हुई है।
गोयनका ने यह भी बताया कि कंपनी बैग वाल्व मास्क (Bag Valve Mask) वेंटिलेटर के एक ऑटोमैटिक वर्जन पर भी काम कर रही है जिसे आमतौर पर एम्बु बैग के रूप में जाना जाता है। कंपनी उम्मीद कर रही है कि अगले 3 दिनों में आवश्यक मंजूरी के लिए इसका एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा।
Ventilator 3: at other end we are working on an automated version of the Bag Valve Mask ventilator (commonly known as Ambu bag). We hope to have a Proto ready in 3 days for approval. Once proven this design will be made available to all for manufacturing. @PMOIndia@MahindraRise
— Pawan K Goenka (@GoenkaPk) March 26, 2020
क्यो होता है वेंटिलेटर
वेंटिलेटर ऐसा डॉक्टरी उपकरण होता है जिसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब मरीज खुद से सांस नहीं ले पाता। जब कोई इंसान न तो ऑक्सीजन ले पाता है और न ही कॉर्बन डाईऑक्साइड छोड़ पाता है तब उसे वेंटिलेटर पर रखा जाता है और मशीन इस काम को ऑटोमैटिक करती है।