कच्चे तेल की कीमतें पानी से भी कम, फिर भी ग्राहकों को नहीं रहा फायदा, जानिए किसको कितना मिलता है हिस्सा
By रजनीश | Published: May 6, 2020 10:39 AM2020-05-06T10:39:21+5:302020-05-06T10:43:26+5:30
बाजार में कच्चे तेल की कीमतें काफी होने के बाद भी इसका फायदा ग्राहकों को नहीं मिलता इसके पीछे केंद्र और राज्य सरकारों का अपने राजस्व को बढ़ाना होता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बाद भी देश में लोगों को पेट्रोल-डीजल की काफी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है। मंगलवार को पेट्रोल पर 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क और बढ़ा दिया गया। दिल्ली में पेट्रोल जहां 71.26 रुपये प्रति लीटर है वहीं डीजल 69.39 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
दुनियाभर में बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम हो गई है। देखा जाए तो 1 लीटर पानी की बोतल आमतौर पर 20 रुपये की होती है लेकिन दिल्ली में ही इस समय 1 लीटर तेल का बेस प्राइज 17.96 रुपये प्रति लीटर है लेकिन इसका फायदा ग्राहकों को नहीं मिल पा रहा है। ग्राहकों को अभी भी पेट्रोल-डीजल महंगा मिल रहा है। इससे पहले साल 2014-2016 के बीच भी जब कच्चे तेल की कीमत कम हुई उस समय भी ये बात उठी थी कि इसका फायदा ग्राहकों को क्यों नहीं मिल रहा है।
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आपके एक लीटर पेट्रोल या डीजल खरीदने पर आप जो कीमत देते हैं उसमें किसको कितना मिलता है। दरअसल तेल के खेल में सरकार का बड़ा हाथ होता है। साल 2014 से 2016 के बीच कच्चे तेल के दाम गिरने पर केंद्र सरकार ने इसका फायदा लोगों को देने के बजाय एक्साइज ड्यूटी प्लस रोड सेस के रूप में अपनी आमदनी बढ़ाई। इसके साथ ही राज्य सरकारों ने भी पेट्रोल-डीजल पर वैट लगाकर पैसे कमाए। इस बार भी जब कीमतें घटनी शुरू हुई तो केंद्र सरकार ने इस पर टैक्स बढ़ा दिया।
पेट्रोल
मान कर चलिए आप 71 रुपये लीटर की दर से पेट्रोल खरीदते हैं तो आपके द्वारा दिया गया सारा पैसा पेट्रोल कंपनियों को नहीं जाता। आधे से ज्यादा पैसा तो टैक्स के रूप में केंद्र और राज्य सरकारों को जाता है।
टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन ऑयल से मिली जानकारी के अनुसार इस समय दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की बेस प्राइस 17.96 रुपये है। इसमें केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी के रूप में 32.98 रुपये, ढुलाई खर्च 32 पैसे, डीलर कमीशन 3.56 पैसे और राज्य सरकार का वैट 16.44 रुपये शामिल होता है। राज्य सरकार का वैट डीलर कमीशन पर जोड़कर पेट्रोल की कीमत 71.26 रुपये हो जाती है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार का टैक्स 49.42 रुपये है।
डीजल
दिल्ली में मंगलवार को एक लीटर डीजल की बेस प्राइस 18.49 पैसे है। इस पर प्रति लीटर ढुलाई खर्च 29 पैसे है। केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी 18.78 रुपये, डीलर कमीशन 2.52 रुपये और राज्य सरकार का वैट 16.26 रुपये पड़ता है। इस तरह से इसकी कीमत 69.39 रुपये हो जाती है। इस पर केंद्र और राज्य सरकार का प्रति लीटर टैक्स 48.09 रुपये है।