वाहनों के सभी कल-पुर्जों पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने का आग्रह, लंबे समय से की जा रही है मांग
By भाषा | Published: January 28, 2020 06:34 AM2020-01-28T06:34:03+5:302020-01-28T06:34:03+5:30
एसीएमए के अध्यक्ष दीपक जैन ने एक बयान में कहा, ‘‘नये नियमन और नीति बदलाव के कारण भारत में वाहन उद्योग उल्लेखनीय बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इसके ऊपर आर्थिक नरमी के कारण घरेलू मांग कम हुई है।
वाहन कल-पुर्जे विनिर्माताओं के संगठन एसीएमए ने आगामी बजट में सभी वाहन कलपुर्जों पर समान रूप से 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाने का आग्रह किया है। एसीएमए के मुताबिक फिलहाल वाहनों के करीब 60 प्रतिशत कल-पुर्जों पर 18 प्रतिशत की दर से कर लगता है। वहीं उच्च मूल्य के उपकरणों पर 28 प्रतिशत की दर से शुल्क लगाया जाता है।
आटोमोटिव कंपोनेन्ट मैनुफैक्चरर्स एसोसएिशन ऑफ इंडिया (एसीएमए) ने सरकार से अनुसंधान एवं विकास और स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास के लिये कोष गठित करने का भी अनुरोध किया। एसीएमए के अध्यक्ष दीपक जैन ने एक बयान में कहा, ‘‘नये नियमन और नीति बदलाव के कारण भारत में वाहन उद्योग उल्लेखनीय बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इसके ऊपर आर्थिक नरमी के कारण घरेलू मांग कम हुई है। हमें उम्मीद है कि आगामी बजट में ग्राहक तथा उद्योग दोनों की धारणाओं को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।’’
जैन ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सरकार सभी वाहन उपकरणों पर 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाने के लंबे समय से की जा रही मांग पर विचार करेगी। साथ ही अनुसंधान एवं विकास और स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास के लिये कदम उठाएगी।’’
इस बीच, साइकिल बनाने वाली हीरो साइकिल ने एक बयान में सरकार से साइकिल पर जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का आग्रह किया है। साथ ही कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की योजना फेम-2 के दायरे में इलेक्ट्रिक साइकिल को भी लाने की मांग की।