देश भर के सभी पेट्रोल पंप पर मिलेगा BS6 पेट्रोल-डीजल, ये है इसकी खासियत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 19, 2020 04:40 PM2020-02-19T16:40:47+5:302020-02-19T16:40:47+5:30
अब पेट्रोलियम कंपनियों ने देश में पेट्रोल-डीजल को BS6 मानक वाले ईंधन में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। लगभग सभी परिशोधन संयंत्रों ने बीएस-6 ईंधनों की आपूर्ति शुरू कर दी गई है और ये ईंधन देश भर में भंडार डिपो तक पहुंचने लगे हैं।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि नए मानक वाले BS6 ईंधन की सप्लाई 1 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। यह नया फ्यूल नए BS6 वाहनों के अनुकूल होगा। उन्होंने कहा कि भारत सबसे स्वच्छ पेट्रोल-डीजल अपनाने के लिए तैयार है।
वाहन उत्सर्जन कम करने के लिए देश में BS4 वाहनों को सीधे BS6 में तेजी से अपग्रेड किया जा रहा है। इससे भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां सबसे स्वच्छ पेट्रोल-डीजल का उपयोग होता है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा कि लगभग सभी परिशोधन संयंत्रों ने 2019 के अंत तक BS6 के अनुकूल पेट्रोल और डीजल का उत्पादन शुरू कर दिया है।
अब पेट्रोलियम कंपनियों ने देश में पेट्रोल-डीजल को BS6 मानक वाले ईंधन में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। लगभग सभी परिशोधन संयंत्रों ने बीएस-6 ईंधनों की आपूर्ति शुरू कर दी गई है और ये ईंधन देश भर में भंडार डिपो तक पहुंचने लगे हैं।
धीरे-धीरे BS6 ईंधन भंडार डिपो से पेट्रोल पंपों तक भी पहुंचने लगे हैं और अगले कुछ सप्ताह में सिर्फ BS6 ईंधन ही उपलब्ध होंगे। भारत ने 2010 में BS3 (बीएस-3) उत्सर्जन मानक को अपनाया था। बीएस-3 से बीएस-4 तक पहुंचने में देश को सात साल का समय लगा था। सरकारी परिशोधन कंपनियों ने नए मानक के अनुकूल ईंधन तैयार करने के लिए करीब 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है।
बीएस-6 के अनुकूल पेट्रोल और डीजल में सल्फर की मात्रा महज 10 पीपीएम होती है। यह सीएनजी की तरह स्वच्छ माना जाता है। पहले योजना थी कि दिल्ली और आस-पास के शहरों में स्वच्छ ईंधन की आपूर्ति अप्रैल 2019 तक बहाल की जाएगी तथा देश भर में अप्रैल 2020 से आपूर्ति शुरू की जाएगी।