ऑटोमोबाइल सेक्टर ने की बड़ी मांग, बिना सरकारी के मदद के नहीं दे सकते कर्मचारियों को वेतन

By रजनीश | Published: April 13, 2020 04:04 PM2020-04-13T16:04:18+5:302020-04-13T16:04:18+5:30

हाल ही में हीरो मोटोकॉर्प और स्कूटर इंडिया के बिना बिके बीएस4 स्टॉक को डीलरशिप से वापस खरीदने के एलान से डीलर्स को काफी राहत पहुंची। उम्मीद है कि बाकि OEMs भी मदद के लिए आगे आएंगे।

Automobile dealers seek immediate financial support from OEMs government | ऑटोमोबाइल सेक्टर ने की बड़ी मांग, बिना सरकारी के मदद के नहीं दे सकते कर्मचारियों को वेतन

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsवाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले का कहना है कि वे इस मुश्किल वक्त में व्यापार को सामान्य स्थिति में बरकरार रखने के लिए ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) का सपोर्ट कर रहे हैं। काले ने कहा कि ऐसे समय में OEMs (ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स) ने ध्यान रखा है और हमारा बकाया वापस किया है।

ऑटोमोबाइल सेक्टर बुरे दौर से गुजर रहा है। पहले आर्थिक मंदी ने इस सेक्टर को अपनी चपेट में लिया। कई लोगों की नौकरी गई तो कई कंपनियों को हफ्तों तक अपने प्लांटों को बंद रखना पड़ा। और अब कोरोना के चलते इस सेक्टर का हाल बुरा है। शोरूम बंद हैं, कंपनियों के प्लांट बंद हैं। 

अब ऑटोमोबाइल डीलर्स वित्तीय सहायता मांग रहे हैं। उन्होंने कार निर्माताओं और सरकार से मौजूदा स्थिति को देखते हुए वित्तीय सहायता की मांग की है। ऑटोमोबाइल सेक्टर के साथ एक और दिक्कत इसके बीएस4 और बीएस6 एमिशन को लेकर भी हुई जो इनके लिए काफी परेशानी भरा रहा।

कई कंपनियों औऱ डीलरशिप के पास बीएस4 वाहनों का स्टॉक बचा हुआ है। जबकि नए नियमों के मुताबिक 1 अप्रैल से सिर्फ बीएस6 वाहन ही बेचे जा सकने का नियम है। वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले का कहना है कि वे इस मुश्किल वक्त में व्यापार को सामान्य स्थिति में बरकरार रखने के लिए ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) का सपोर्ट कर रहे हैं। 

काले ने कहा कि ऐसे समय में OEMs (ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स) ने ध्यान रखा है और हमारा बकाया वापस किया है। अभी हमें कुछ एडवांस ऑर्डर्स भी मिले हैं। वहीं फाइनेंशियल सपोर्ट भी करने का भी एलान किया है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में हमारी मदद की जाएगी। डीलरशिप में कर्मचारियों को बनाए रखने और रखरखाव के लिए यह मदद बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के इस दौर में मार्च में भी हमने न तो मैनपावर की कोई कमी की और न ही कर्मचारियों की सैलरी में कोई कटौती की। अब अप्रैल में बिना कमाई के सैलरी देना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बेहद कठिन समय है। इसके लिए हमें खर्च और मदद दोनों की जरूरत होगी। तभी लॉकडाउन के बाद सेल्स नेटवर्क को फिर से ठीक किया जा सकेगा। 

क्या होगा बीएस4 वाहनों का  
उन्होंने बताया कि हाल ही में हीरो मोटोकॉर्प और स्कूटर इंडिया के बिना बिके बीएस4 स्टॉक को डीलरशिप से वापस खरीदने के एलान से डीलर्स को काफी राहत पहुंची। उम्मीद है कि बाकि OEMs भी मदद के लिए आगे आएंगे। एफएडीए के पूर्व प्रेसिडेंट और ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल के प्रेसिडेंट निकुंज ने कहा कि OEMs ने सपोर्ट पैकेज दिए थे, जो पहले से ही बाकी थे। अभी और कोई सपोर्ट नहीं मिला है, तो ऐसे में बिना कैश फ्लो स्थिति का कैसे सामना किया जाए। फिलहाल सैलरी, बिजली बिल, किराया, बैंक ब्याज, सिक्योरिटी आदि जैसे खर्च भी उठाने हैं। 

Web Title: Automobile dealers seek immediate financial support from OEMs government

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