देश में ऑटो उद्योग बेहाल, यात्री वाहनों की बिक्री घटी, 8 साल की सबसे बड़ी गिरावट
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 14, 2019 03:10 PM2019-05-14T15:10:37+5:302019-05-14T15:10:37+5:30
यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री अप्रैल में 17.07 प्रतिशत गिरकर 2,47,541 इकाइयों पर रही। इससे पहले, अप्रैल 2018 में 2,98, 504 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। देश में वाहन उद्योग की हालात यह हैं कि विश्व प्रसिद्ध कंपनी मारुति सुजुकी ने पिछले 3 महीनों में अपना प्रोडक्शन लगभग 39 प्रतिशत घटा दिया है।
देश में ऑटो उद्योग का बुरा हाल है। कहा जा रहा है कि पैसेंजर व्हीकल और कारों की बिक्री का वजह से उद्योग को लगातार झटका पर झटका मिल रहा है। देश में यात्री वाहनों की बिक्री में अप्रैल महीने में गिरावट दर्ज की गई है।
यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री अप्रैल में 17.07 प्रतिशत गिरकर 2,47,541 इकाइयों पर रही। इससे पहले, अप्रैल 2018 में 2,98, 504 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। देश में वाहन उद्योग की हालात यह हैं कि विश्व प्रसिद्ध कंपनी मारुति सुजुकी ने पिछले 3 महीनों में अपना प्रोडक्शन लगभग 39 प्रतिशत घटा दिया है।
जानकारों का कहना है कि ऐसे हालात रहें तो नौकरी पर भी संकट मंडरा सकते हैं। भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू बाजार में कारों की बिक्री अप्रैल में 19.13 प्रतिशत गिरकर 1.60,279 वाहन रही। एक साल पहले के इसी महीने में 2.00,183 कारें बेची गईं।
अक्टूबर 2011 के बाद यह यात्री वाहन क्षेत्र की बिक्री में सबसे बड़ी गिरावट
अक्टूबर 2011 के बाद यह यात्री वाहन क्षेत्र की बिक्री में सबसे बड़ी गिरावट है। अक्टूबर 2011 में बिक्री में 19.87 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दोपहिया, वाणिज्यिक वाहनों समेत सभी प्रमुख वाहन श्रेणियों में अप्रैल में बिक्री में गिरावट दर्ज की गई।
घरेलू बाजार में कारों की बिक्री अप्रैल में 19.93 प्रतिशत गिरकर 1,60,279 वाहन रही। एक साल पहले के इसी महीने में 2,00,183 कारें बेची गयी थी। इस दौरान मोटरसाइकिल की बिक्री भी 11.81 प्रतिशत गिरकर 10,84,811 इकाई रही, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह आंकड़ा 12,30, 046 इकाई था।
दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री अप्रैल 2019 में 16.36 प्रतिशत गिरकर 16,38,388 इकाइयों पर रह गईं। इसकी तुलना में अप्रैल 2018 में 19,58,761 दोपहिया वाहन बेचे गए थे।
सभी श्रेणियों में बिक्री में गिरावट दर्ज की गई
सियाम के उप-महानिदेशक सुगातो सेन ने संवाददाताओं से कहा, "पिछले दस साल में हमने ऐसा नहीं देखा कि सभी श्रेणियों में बिक्री में गिरावट दर्ज की गई हो। नए वित्त वर्ष की शुरुआत बहुत ज्यादा अच्छी नहीं रही।" उन्होंने कहा कि नकदी संकट और बीमा की लागत बढ़ने जैसे नकारात्मकों कारकों के कारण बिक्री प्रभावित हुई है।
सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने कहा, "सिर्फ वाहन क्षेत्र में ही नहीं बल्कि एफएमसीजी (रोजमर्रा उपभोग की वस्तुएं बनाने वाली कंपनियां) श्रेणी में भी गिरावट दर्ज की गई है। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने और मजबूत सरकार बनने के बाद स्थितियां सुधार सकती हैं। हमें दूसरी छमाही में चीजें बेहतर होने की उम्मीद हैं।"
उन्होंने कहा कि अप्रैल में खुदरा बिक्री थोक बिक्री से बेहतर रही। मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की यात्री वाहन बिक्री अप्रैल में 19.61 प्रतिशत गिरकर 1.31,385 इकाई रही। प्रतिद्वंदी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की बिक्री 10.12 प्रतिशत गिरकर 42.005 इकाई रही।
महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहन बिक्री 8.52 प्रतिशत गिरकर 19,966 इकाई रही। दोपहिया श्रेणी में, हीरो मोटो कॉर्प की बिक्री 12.10 प्रतिशत गिरकर 5,34,161 इकाई रही। हालांकि, बजाज आटो की बिक्री 2.55 प्रतिशत बढ़कर 2,05,875 इकाई रही। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की मोटरसाइकिल बिक्री 25.77 प्रतिशत गिरकर 1,57,569 इकाई रही।