IMD के लगाएं अनुमान के बीच डॉक्टर ने दी ये बड़ी सलाह, कहा- 'नवजात को लेकर मां रहे सतर्क'
By आकाश चौरसिया | Published: April 27, 2024 12:48 PM2024-04-27T12:48:00+5:302024-04-27T15:00:14+5:30
आईएमडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' ने शुक्रवार को कहा, "गैंगेटिक पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में यह गर्म हवाएं चलेंगी"। इस बीच एएनआई पर बच्चों की डॉक्टर अनुसुया ने इसे लेकर प्रेगनेंट महिलाओं, न्यूबॉर्न बेबी और किड्स को लेकर सतर्क करते कुछ टिप्स भी दी।
नई दिल्ली: भारत मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि गैंगेटिक तट पर स्थित पश्चिम बंगाल और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल के पृथक इलाकों में, ओडिशा की कुछ जगहों में, पूर्वी उत्तर प्रदेश में, बिहार, झारखंड, रायालसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और काराइकाल और केरला में भी 27 से 28 अप्रैल में भी गर्म हवाएं चलने की उम्मीद जताई है।
आईएमडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' ने शुक्रवार को कहा, "गैंगेटिक पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में यह गर्म हवाएं चलेंगी"। अब एएनआई पर बच्चों की डॉक्टर अनुसुया ने इसे लेकर प्रेगनेंट महिलाओं, न्यूबॉर्न बेबी और किड्स को लेकर सतर्क करते कुछ टिप्स भी दी। बताते चले कि डॉक्टर तमिलनाडु के सलेम में आरोग्य वुमेन केंद्र चलाती हैं।
डॉक्टर अनुसुया ने मीडिया से कहा, "उन्होंने कहा कि सभी को सूती वस्त्र पहनना चाहिए और सुबह के 10 से शाम के 4 बजे तक जरूरी काम हो तो तभी निकले, अन्यथा घर से बाहर निकलने से बचें। तरल पदार्थ के रूप में बटरमिल्क या कोकोनट पानी और इसके साथ पानी ज्यादा होने वाले फल लें, जिनमें खरबूज, तरबूज और खीरा भी लेने के लिए कहा है। गर्भाशय में पानी की मात्रा को बढ़ाने के लिए पानी वाले फल-सब्जी लेते रहें, जिससे आप इन हवाओं और गर्मी में सेहतमंद बने रहें"।
डॉक्टर ने ये भी बताया कि हद से ज्यादा मीठा खाने पर त्वचा से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं, जिनमें फंगल इन्फेक्शन और निर्जलीकरण होना आम बात है। इसलिए और खास तौर पर सूती वस्त्र पहनें।
नवजात शिशुओं के लिए, डॉ. अनुसुया ने मां को यह ध्यान देने की सलाह देते हुए कहा कि बच्चा एक दिन में कितना पेशाब कर रहा है। और अगर बेबी एक दिन में उसे पेशाब नहीं होती, तो मान लीजिए कि उसके शरीर में पानी की आवश्यकता है और उसे पूरा करना आपका फर्ज बनता है।
डॉक्टर ने ये भी कि माताओं को अपने नवजात शिशुओं को इस मौसम में सिर्फ और सिर्फ सूती से बने कपड़े पहनाएं और दिन में दो या तीन बार स्नान करवाएं। इसके साथ नवजात के लिए भी वही कहा कि इन्हें भी सुबह 10 और शाम 4 बजे के बीच खेलने के लिए घर से बाहर न भेजें।