अफगानिस्तान में जेल में महिलाओं के साथ हो रहा है यौन शोषण, गलत तरीके से हिजाब पहनने के आरोप में गिरफ्तार की गई लड़कियों पर जुल्म ढा रहा तालिबान
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 25, 2024 12:23 PM2024-06-25T12:23:19+5:302024-06-25T12:26:16+5:30
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में कई महिलाओं को तालिबान द्वारा ठीक से हिजाब न पहनने के लिए हिरासत में लिया गया था। तालिबान ने एक आदेश दिया था कि महिलाओं को केवल अपनी आँखें दिखाने की इजाजत होगी। उन्हें सिर से पैर तक खुद को ढंकना होगा।
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में गलत तरीके से हिजाब पहनने के आरोप में गिरफ्तार की गई किशोर लड़कियों और युवा महिलाओं को हिरासत में यौन हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। द गार्जियन ने अफगान समाचार सेवा ज़ैन टाइम्स के पत्रकारों के हवाले से बताया है कि इस साल की शुरुआत में हिरासत में रहने के दौरान युवतियों को हिरासत में यौन शोषण का सामना करना पड़ा। इन पीड़ितों में से कई ने आत्महत्या की और आत्महत्या का प्रयास किया।
एक मामले में तालिबान द्वारा हिरासत में लिए जाने के कुछ सप्ताह बाद एक महिला का शव कथित तौर पर एक नहर में पाया गया था। उसके परिवार के अनुसार सकी मृत्यु से पहले उसका यौन शोषण किया गया था। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में कई महिलाओं को तालिबान द्वारा ठीक से हिजाब न पहनने के लिए हिरासत में लिया गया था। तालिबान ने एक आदेश दिया था कि महिलाओं को केवल अपनी आँखें दिखाने की इजाजत होगी। उन्हें सिर से पैर तक खुद को ढंकना होगा।
उस समय संयुक्त राष्ट्र ने गिरफ्तारियों को चिंताजनक बताया था। अब लड़कियाँ और युवा महिलाएँ यह रिपोर्ट करने के लिए आगे आ रही हैं कि उन्हें तालिबान पुलिस द्वारा यौन हिंसा और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा।
तालिबान पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई कई लड़कियों ने अपने साथ हुई भयावह क्रूरता को बयान भी किया। लड़कियों ने बताया कि पूछताछ के नाम पर अधेड़ लोगों ने उनके निजी अंगों को छुआ और उनके मासिक धर्म के बारे में पूछा। पूछताछ कक्ष में ले जाई गई हर लड़की के साथ यौन शोषण हुआ। तालिबान पुलिस के शोषण का शिकार बनी कई लड़कियों ने फांसी लगाकर आत्महत्या तक कर ली।
इस बारे में तालिबान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि जिन महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था उन्होंने इस्लामी मूल्यों और रीति-रिवाजों का उल्लंघन किया था और अन्य महिलाओं को हिजाब न पहनने के लिए भड़काया था। तालिबान के अनुसार जो बिना हिजाब के बाहर जाएगा उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बाद में इस बात से इनकार किया है कि हिजाब ठीक से न पहनने के कारण गिरफ्तारियां हुई।