पुतिन ने ब्रिटेन की पूर्व PM लिज ट्रस का फोन करवाया था हैक, चुराई गई थी 'टॉप सीक्रेट डिटेल्स'- रिपोर्ट में खुलासा
By आजाद खान | Published: October 30, 2022 03:22 PM2022-10-30T15:22:07+5:302022-10-30T15:54:17+5:30
इस रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि इस हैंकिंग से ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस के करीबी दोस्त से जुड़ी जानकारी शेयर की गई थी।

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
लंदन:ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) का फोन संदिग्ध रूसी जासूसों द्वारा हैक कर लिया गया था। इस बात की जानकारी ब्रिटेन के अंग्रेजी अखबार डेली मेल ने शनिवार (29 अक्टूबर) को दी है।
खबर के अनुसार, यह हैकिंग उस समय हुई थी जब वे ब्रिटेन की विदेश मंत्री के रूप में काम कर रही थी। अंग्रेजी अखबार ने इस हैकिंग को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए है।
क्या है पूरा मामला
डेली मेल के अनुसार, ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस जब विदेश मंत्री के रूप में काम कर रही थी तब उनका फोन हैक कर लिया गया था। इस हैंकिग को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि संदिग्ध रुसी जासूसों (Suspected Spies) द्वारा यह हैंकिग हुई थी ताकि टॉप सीक्रेट डिटेल की जानकारी पाया जा सके।
अखबार का दावा है कि संदिग्ध रुसी जासूसों ने पूर्व प्रधानमंत्री के निजी फोन को हैक कर उसमें से क्वासी क्वार्टेंग के बारे में जानकारी ली गई थी। आपको बता दें कि क्वासी क्वार्टेंग ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस के करीबी मित्र थे जिन्हें बाद में वित्त मंत्री बनाया गया था।
'टॉप सीक्रेट डिटेल्स' किया गया था लीक
रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हैकरों ने पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस का फोन हैक कर उनके दोस्त क्वासी क्वार्टेंग से क्या बातचीत हो रही है और आगे की क्या रणनीति है, इसकी जानकारी समेत कई और 'टॉप सीक्रेट डिटेल्स' को चोरी से शेयर किया गया था।
यही नहीं प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ कैसी और क्या इनकी बातचीत हो रही है, इसका भी डेटा लिया गया था। आपको बता दें कि जिस क्वासी क्वार्टेंग की डेटा हैक की गई थी उन्हें बाद में वित्त मंत्री भी बनाया गया था।
रूस-यूक्रेन युद्ध के संबंध में ट्रस की बातचीत को भी शेयर करने का शक
इस हैक को लेकर यह भी शक जताया जा रहा है कि रूसी हैकरों ने उन संदेशों को भी हैक किया होगा जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अन्य विदेश मंत्रियों के साथ ट्रस की बातचीत हुई थी। इस हैक को लेकर यह भी दावा किया गया है इन बातचीत में हथियारों के शिपमेंट की डिटेल भी शामिल है जिसे लेकर यह शक जताया जा रहा है कि इसे भी शेयर किया गया है।
हालांकि इसे लेकर ब्रिटिश सरकार द्वारा अभी तक कोई भी टिप्पणी सामने नहीं आई है।