नेपाल में दर्शकों ने की भारतीय न्यूज चैनलों की मांग, हटाना पड़ा बैन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 14, 2020 06:04 AM2020-07-14T06:04:45+5:302020-07-14T06:04:45+5:30
नेपाल में बैन किए गए चैनलों में डीडी न्यूज को शामिल नहीं किया गया था. चीन के नक्शे कदम पर ओली नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली भारतीय सामचार चैनलों पर प्रतिबंध लगाकर फिर एक बार चीन के नक्शे कदम पर चलते दिखाई दे रहे हैं.
काठमांडू: नेपाल में भारतीय न्यूज चैनलों पर लगे बैन को अब हटा दिया गया है. सभी केबल ऑपरेटरों ने रविवार शाम से भारतीय न्यूज चैनलों का प्रसारण शुरू कर दिया है. मैक्स डिजिटल टेलीविजन के वाइस चेयरपर्सन धुर्बा शर्मा ने केबल ऑपरेटरों के साथ बैठक के बाद यह प्रतिबंध हटाने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि कुछ आपत्तिजनक कार्यक्र म दिखाने वाले चैनलों के प्रसारण पर अभी भी प्रतिबंध लगा हुआ है.
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और चीनी राजदूत को लेकर किए गए कवरेज से नाराज होकर नेपाल में भारतीय चैनलों को बैन कर दिया गया था. माई रिपिब्लका की रिपोर्ट के मुताबिक, बड़ी संख्या में नेपाली दर्शकों ने भारतीय न्यूज चैनलों को सब्सक्र ाइब कर रखा है और उनके दबाव के आगे झुकते हुए नेपाल के केबल ऑपरेटरों को मजबूरन यह फैसला लेना पड़ा है. धुर्बा शर्मा ने कहा, जिन भारतीय न्यूज चैनलों को नेपाल में प्रसारण की अनुमति दी गई है, अगर उन्होंने दोबारा आपित्तजनक सामग्री दिखाई तो उन्हें फिर बैन कर दिया जाएगा.
इससे पहले नेपाल ने सीमा विवाद के बाद कार्रवाई करते हुए भारतीय न्यूज टीवी चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दिया था. नेपाल ने इसे लेकर कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया था, लेकिन नेपाल के केबल टीवी ऑपरेटरों ने भारतीय न्यूज चैनलों का प्रसारण बंद कर दिया था.
नेपाल में बैन किए गए चैनलों में डीडी न्यूज को शामिल नहीं किया गया था. चीन के नक्शे कदम पर ओली नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली भारतीय सामचार चैनलों पर प्रतिबंध लगाकर फिर एक बार चीन के नक्शे कदम पर चलते दिखाई दे रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि लद्दाख में जारी तनाव के बीच चीन ने भी भारतीय न्यूज चैनलों के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया था. चीन को डर था कि वहां के लोगों को भारतीय समाचार चैनलों के माध्यम से सीमा के हालात की सही जानकारी मिल सकती है.