यूक्रेन संकट: युद्ध का 11वां दिन, करीब 15 लाख लोगों ने पलायन किया, यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा शरणार्थी संकट
By विशाल कुमार | Published: March 6, 2022 09:06 AM2022-03-06T09:06:00+5:302022-03-06T09:20:54+5:30
यूएनएचसीआर के आंकड़ों के मुताबिक, पलायन की गति 2015 के प्रवासन संकट से बड़ी है, जब सीरिया, इराक, अफगानिस्तान और अफ्रीका से 13 लाख शरण चाहने वाले गरीबी और युद्धों से भागकर यूरोप में प्रवेश कर गए थे।
कीव: यूक्रेन पर रूस का हमला 11वें दिन में प्रवेश कर चुका है और इस दौरान वहां से 15 लाख के करीब लोग पलायन कर चुके हैं जो कि यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे तेज पलायन है।
वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी का कहना है कि रूस के आक्रमण के बाद बीते 11 दिन में 14.5 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से पलायन कर गए हैं।
यूएनएचसीआर के प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने कहा कि यह दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ने वाला शरणार्थी संकट है।
यूएनएचसीआर के आंकड़ों के मुताबिक, पलायन की गति 2015 के प्रवासन संकट से बड़ी है, जब सीरिया, इराक, अफगानिस्तान और अफ्रीका से 13 लाख शरण चाहने वाले गरीबी और युद्धों से भागकर यूरोप में प्रवेश कर गए थे।
यूक्रेन में अधिकांश लोग (53 फीसदी) पोलैंड में पश्चिम की ओर बढ़ रहे हैं, जहां अब तक लगभग 756,303 लोगों ने प्रवेश किया है और इसके बाद हंगरी में 157,004 लोगों ने प्रवेश किया है।
युद्ध के लगातार बढ़ने के साथ पलायन की गति को देखते हुए यूक्रेन से करीब 40 लाख लोगों के हिंसा से बचने के लिए पलायन करने की आशंका जताई जा रही है।
फिलहाल पलायन करने वाले लोग इन देशों में पहले से ही रह रहे अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और जान-पहचान के लोगों के यहां शरण ले रहे हैं लेकिन अगर यही हालात जारी रहे तो उनके कैंपों में रहने की नौबत आ सकती है।